हजारीबाग: जिले के सदर अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद सुबह से शाम तक वार्ड में ही उसका शव पड़ा रहा. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मरीज के बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वो कौन है. फिलहाल शव को लावारिस घोषित किया गया है. हालांकि इसके बाद भी प्रबंधन की ओर से शव को वार्ड से नहीं हटाया गया.
लाचार सिस्टमः मौत के बाद भी हजारीबाग सदर अस्पताल के वार्ड में ही पड़ा रहा लावारिस शव - Hazaribagh News
हजारीबाग सदर अस्पताल में बुधवार सुबह से शाम तक एक लावारिस शव वार्ड में ही पड़ा रहा. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि इस मसले पर जिला प्रशासन ही कार्रवाई करेगी.
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि लावारिस शव के बारे में जिला प्रशासन को सूचना दी गई है. प्रशासन ही इस मसले पर कार्रवाई करेगी. ऐसे में मुर्दा कल्याण समिति अध्यक्ष मोहम्मद खालिद भी खुद को बेबस महसूस करते रह गए. उनका कहना है कि सदर अस्पताल प्रबंधन को कहा गया कि शव को हटवा लेते हैं, लेकिन प्रबंधन ने प्रशासन के आने की बात कहकर मना कर दिया. उनका यह भी कहना है कि हजारीबाग सदर अस्पताल परिसर में ही मुर्दा कल्याण समिति के द्वारा शव रखने की व्यवस्था की गई है.
हालंकि सदर अस्पताल प्रबंधन के द्वारा इसकी इजाजत नहीं दी गई. इस वजह से सुबह से ही लावारिस शव बेड पर पड़ा रहा. इस बाबत ईटीवी भारत की टीम ने सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार से भी बात की तो उन्होंने कहा कि लावारिस होने के कारण पुलिस ही कुछ कर सकती है.