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उद्घाटन के इंतजार में बर्बाद हुआ अस्पताल! एक दशक से है तैयार - हजारीबाग में वीरान अस्पताल

समाज के हर एक तबके को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए सरकार वचनबद्ध है. लेकिन हजारीबाग में प्रशासनिक उदासीनता के कारण 3 करोड़ 86 लाख की लागत से बना हुआ दारू हरली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपने उद्घाटन को लेकर पिछले 10 सालों से इंतजार कर रहा है. आलम यह है कि अब अस्पताल भवन खंडहर में तब्दील होता जा रहा है और भवन के शीशे दरवाजे टूट गए हैं.

hospital building waiting for inogration
अस्पताल की इमारत

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Published : Sep 27, 2020, 1:35 PM IST

Updated : Oct 3, 2020, 1:06 PM IST

हजारीबाग: दारू प्रखंड के हरली में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिछले 10 साल से बनकर तैयार है. लेकिन आज तक इसका उद्घाटन नहीं हो पाया है. उद्घाटन नहीं होने के कारण इसका उपयोग भी नहीं हो पा रहा है. दरअसल, हजारीबाग के आरटीआई एक्टिविस्ट मनोज गुप्ता ने भवन निर्माण विभाग से यह जानकारी मांगी थी कि कितने भवन हजारीबाग में बनकर तैयार हैं. जिसमें उन्हें इस भवन की भी जानकारी दी गई.

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आरटीआई में जानकारी मिलने के बाद मनोज गुप्ता ने इस भवन को तलाश करना शुरू किय तो यह जंगल के बीच वीरान में मिला. अगर यह भवन मुख्य सड़क के पास रहता तो शायद इस पर लोगों की नजर भी जाती. लेकिन बिना ही किसी सोच समझ के इस भवन को बना दिया गया और अब यह भवन खंडहर में तब्दील होता जा रहा है.

अस्पताल परिसर में झाड़ियां

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ईटीवी भारत को दिया धन्यवाद

हजारीबाग सिविल सर्जन डॉक्टर संजय जयसवाल से जब ईटीवी भारत की टीम ने इस बाबत जानकारी मांगी तो उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी हमारे पास नहीं है. हालांकि जब उन्होंने अधिकारियों से भवन के बारे में जानकारी मिली कि यह भवन बनकर तो तैयार है लेकिन स्वास्थ्य विभाग को हैंड ओवर नहीं किया गया है. इसके बाद उन्होंने ईटीवी भारत को धन्यवाद भी दिया कि इतनी महत्वपूर्ण जानकारी उन्हें दी गई.

असमाजिक तत्वों ने बिल्डिंग को किया क्षतिग्रस्त

उद्घाटन नहीं होने के कारण इस परिसर में बड़ी बड़ी झाड़ियां उग आए हैं. इतना ही नहीं सीसे, दरवाजे और पानी के पाइप क्षतिग्रस्त कर दिए गए हैं. देखरेख के अभाव में भवन खंडहरनुमा दिखाई दे रहा है. 3 करोड़ 86 लाख की लागत से इसका निर्माण कराया गया था. लेकिन निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद भी इस पर प्रशासन का ध्यान नहीं गया और अब यह बदतर स्थिति में है. ऐसे में स्थानीय भी मानते हैं कि अगर यह अस्पताल बनकर तैयार हो जाता है और डॉक्टर यहां बैठते हैं तो हम लोगों को बेहद लाभ मिलता.

वीरान पड़ा अस्पताल

फिर खर्च होंगे पैसे
आलम यह है कि करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी जब इसका लाभ जनता को ना मिले तो यह मान लिया जाना चाहिए कि पैसे बर्बाद हो गए. ऐसे में अब अगर इस भवन का उद्घाटन होता भी है तो फिर से करोड़ों रुपए खर्च करने पड़ेंगे तब ही इसका उपयोग हो पाएगा.

Last Updated : Oct 3, 2020, 1:06 PM IST

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