हजारीबागः जिले में एक बार फिर प्रशासन की लापरवाही सामने आई है. जानकारी के अनुसार, 18 जून को कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई थी. अंतिम संस्कार स्वास्थ्यकर्मी, नगर निगम और मुर्दा कल्याण समिति ने किया था. नियम के अनुसार सभी ने पीपीई किट पहना था, लेकिन अंतिम संस्कार के बाद पीपीई डिस्पोज नहीं किया गया बल्कि उसे वहीं फेंक दिया.
हजारीबाग में कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत, अंतिम संस्कार के बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने पीपीई किट को नहीं किया डिस्पोज - हजारीबाग में कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत
हजारीबाग में प्रशासन की एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई. बताया जा रहा कि 18 जून को जिले में एक कोरोना मरीज की मौत हो गई थी. अंतिम संस्कार स्वास्थ्यकर्मी और नगर निगम ने किया था, लेकिन नियम के अनुसार, उस दौरान पहने पीपीई कीट को डिस्पोज नहीं किया और उसे वहीं फेंक कर चतले बने.
![हजारीबाग में कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत, अंतिम संस्कार के बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने पीपीई किट को नहीं किया डिस्पोज PPE kit not disposed of in Hazaribag](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-7718459-thumbnail-3x2-kit.jpg)
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हजारीबाग में 18 जून को कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई थी, जिसके बाद कोनार पुल के निकट अंतिम संस्कार किया गया. उस दौरान स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम के कर्मचारी और मुर्दा कल्याण समिति ने अंतिम संस्कार किया था. इस दौरान सभी ने पीपीई किट पहना था, लेकिन पीपीई किट डिस्पोज नहीं किया गया. इसके कारण बवाल मच गया. रविवार को पीपीई किट स्वास्थ्यकर्मी के द्वारा डिस्पोज किया गया. वहीं, मामला कहीं न कहीं लापरवाही का है. ऐसे में प्रशासन ने आनन-फानन में 21 जून को पीपीई किट डिस्पोज किया है.