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यूक्रेन में फंसा MBBS का छात्र तुषार, डबडबाई आखों से मां-बाप ने पीएम मोदी से लगाई गुहार - यूक्रेन की स्थिति

अभी भी युद्धग्रस्त यूक्रेन में भारत के छात्र फंसे हुए हैं. उन्हीं में से एक है हजारीबाग का तुषार जो एमबीबीएस करने यूक्रेन गया था, लेकिन रूस के हमले के बाद वहीं फंस गया. हजारीबाग में तुषार के माता पिता ने सरकार से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द उनके बेटे को भारत लाने का इंतजाम किया जाए.

Hazaribagh Tushar trapped in Ukraine
Hazaribagh Tushar trapped in Ukraine

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Published : Feb 27, 2022, 1:30 PM IST

Updated : Feb 27, 2022, 2:06 PM IST

हजारीबाग: भारतीय छात्रों को यूक्रेन से लाने के लिए भारत सरकार प्रयासरत है. अभी तक सैकड़ों छात्र स्वदेश लौट चुके हैं. हालांकि बताया ये भी जा रहा है कि करीब 15,000 से अधिक छात्र अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं. हजारीबाग का रहने वाला छात्र तुषार भी यूक्रेन में फंसा हुआ है. यहां उनके माता-पिता सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उनके बच्चे को जल्द से जल्द स्वदेश लाया आए.

यूक्रेन की स्थिति हर दिन बिगड़ती जा रही है. रूस के हमलावर जेट विमान लगातार आसमान से बम गिरा रहे हैं. यूक्रेन वासियों के साथ-सथ वैसे भारतीय छात्र जो यूक्रेन में पढ़ाई के लिए गए हैं वे युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंस गए हैं. हजारीबाग का तुषार भी यूक्रेन में फंसा हुआ है. उनके माता-पिता ने सरकार से गुहार लगाई है कि उनके बेटे को जल्द से जल्द स्वदेश लाया आए. उनके माता पिता का कहना है कि यूक्रेन में जहां तुषार रह रहा है वहां अब बिजली व्यवस्था भी चरमरा गई है. वहां का तापमान 3 डिग्री सेल्सियस है और बिजली नहीं होने से घर का हिटिंग सिस्टम भी काम नहीं कर रहा है. दूसरी ओर खाने के भी लाले पड़ गए हैं. महज 3 दिनों का राशन ही उसके पास बचा हुआ है. तुषार पांच दोस्तों के साथ एक फ्लैट में बंद हैं क्योंकि कॉलेज में रहने के लिए जगह भी नहीं है. तुषार के माता पिता ने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी समेत झारखंड सरकार से अपील की है कि उनके बेटे को जल्द से जल्द भारत लाने के लिए कदम उठाया जाए.

तुषार के माता-पिता से बात करते संवाददाता गौरव प्रकाश

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तुषार के माता पिता हजारीबाग के नवाबगंज में रहते हैं. जिस दिन से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया उस दिन से ही उनके घर में कोई भी सदस्य ठीक से सोया नहीं है. तुषार की मां की आंखें हमेशा डबडबाई सी रहती हैं. तुषार की मां का कहना है कि भारतीय दूतावास से किसी भी तरह की मदद उनके बच्चे को नहीं मिल रही है. किसी भी भारतीय पदाधिकारी या दूतावास ने अब तक तुषार से संपर्क स्थापित नहीं किया है. उन्होंने बताया कि महंगा टिकट होने के बाद भी उन्होंने फ्लाइट में टिकट बुक किया था लेकिन वह भी अब कैंसिल हो गया है. ऐसे में अब सिर्फ भारत सरकार से ही उम्मीद है.

Last Updated : Feb 27, 2022, 2:06 PM IST

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