हजारीबाग: समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचे इसे लेकर सरकार प्रयास करती है. लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण हजारीबाग के कटकमदाग प्रखंड के सुदूरवर्ती आड्ररा गांव में अस्पताल तो बनकर तैयार हो गया है, लेकिन इसका उपयोग नहीं हो पा रहा है. इस कारण ग्रामीणों को 16 किलोमीटर दूर हजारीबाग इलाज करवाने के जाना पड़ता है.
7 साल से बनकर तैयार अस्पताल में नहीं शुरू हो पाया इलाज, खंडहर में तब्दील हो रहा भवन - हजारीबाग उप स्वास्थ्य केंद्र की खबरें
प्रशासनिक उदासीनता के कारण हजारीबाग के कटकमदाग प्रखंड के सुदूरवर्ती आड्ररा गांव में अस्पताल तो बनकर तैयार हो गया है पर आज तक इलाज शुरू नहीं हो पाया. 7 साल से भवन विरान पड़ा है.

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आड्ररा इलाका हजारीबाग शहर से लगभग 16 किलोमीटर दूर है और यहां 700 से अधिक परिवार रहते हैं. अगर किसी एक की भी तबीयत खराब हुई तो उन्हें मोटरसाइकिल या फिर ऑटो बुक करके हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाना पड़ता है. ऐसे में गांव के लोग काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि अगर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सक्रिय होकर अस्पताल का उद्घाटन कर लेती तो उन लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिल पाता. गांव के लोगों को इंतजार है कि जल्द से जल्द अस्पताल शुरू हो और उन्हें स्वास्थ्य सुविधा मिल सके.