हजारीबागः वर्ष 2021 की विश्लेषण की बारी है. हर आम और खास अपने हिसाब से आकलन कर रहा है कि उनके लिए ये साल कैसा गुजरा. झारखंड की पुलिस भी साल भर के क्रियाकलाप पर विश्लेषण कर रही है. अगर हजारीबाग जिला की बात की जाए तो दो पुलिस कप्तान के कप्तानी में यह साल बीता. तत्कालीन एसपी कार्तिक एस और वर्तमान एसपी मनोज रतन चोथे की पुलिसिंग के दौरान कई सफलताएं मिली हैं.
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एसपी कार्तिक एस का कार्यकाल
तत्कालीन एसपी कार्तिक एस के कार्यकाल को देखा जाए तो कई महत्वपूर्ण सफलता मिली हैं. जिनमें मुख्य बहोरनपुर में बुद्ध की अति प्राचीन मूर्ति चोरी होने के 72 घंटे के अंदर प्रतिमा बरामद की गयी. इसे साथ ही अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया. मुफस्सिल थाना अंतर्गत फॉरेस्टर की हत्या, इचाक थाना अंतर्गत आरक्षी बिरेंद्र मेहता की हत्या, एलएनटी मैनेजर की हत्या का उद्भेदन भी पुलिस ने किया. गैंगस्टर अमन साव गिरोह का मोस्ट वांटेड अपराधी मुकेश सिंह को भी गिरफ्तार करने में हजारीबाग पुलिस सफल रही.
नक्सलियों पर नकेल
जिला में नक्सली गतिविधियों पर पुलिस ने नकेल कसी. टीपीसी उग्रवादी की बात की जाए तो 19, पीएलएफआई के 15, अमन श्रीवास्तव गिरोह के 15, जेपीसी एवं अमन साव गिरोह के 13, भाकपा माओवादी के 5 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. इसके अलावा इस तरह की कार्रवाई में 34 हथियार और 114 जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया. इसक अलावा जिला में 3 माओवादियों ने आत्मसमर्पण भी किया है. इसके साथ ही 45 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. कोरोना काल के दौरान हजारीबाग पुलिस सड़क पर उतरकर आम जनता को राहत पहुंचाने का भी काम इनके कार्यकाल में किया.