झारखंड

jharkhand

By

Published : Oct 4, 2020, 3:58 PM IST

Updated : Oct 4, 2020, 7:41 PM IST

ETV Bharat / city

5.5 लाख टन कोयले में लगी आग, आंदोलन की वजह से नहीं हो रहा ट्रांसपोर्टेशन

हजारीबाग के बड़कागांव में पिछले एक महीने से कोयला ढुलाई बंद है. जिसकी वजह से पकरीबरवाडीह एनटीपीसी कोल परियोजना बड़कागांव के अंतर्गत 5.5 लाख टन कोयले में आग लगी हुई है.

fire in 5 thousand tons of coal in Hazaribag, news of NTPC, Hazaribag Coal Mining Project, हजारीबाग में 5 हजार टन कोयला में लगी आग, एनटीपीसी की खबरें, हजारीबाग कोल खनन परियोजना
डंप कोयले में लगी आग

हजारीबाग: जिला के बड़कागांव में पिछले एक महीने से एनटीपीसी के खिलाफ ग्रामीण 10 सूत्री मांग को लेकर आंदोलनरत हैं. ऐसे में कोयला का उठाव बंद है. कोयला का उठाव बंद होने से एनटीपीसी के लगभग 5.5 लाख टन कोयला में आग लग गई है. जिससे राजस्व के साथ-साथ पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचने लगा है.

देखें पूरी खबर

एक महीने से ठप है काम
बड़कागांव में एनटीपीसी का कोल खनन परियोजना चल रहा है. जिसमें कोयले का उत्खनन और ट्रांसपोर्ट त्रिवेणी सैनिक कंपनी करा रही है. ग्रामीण 2013 कानून को लागू करने के साथ-साथ नौकरी और मुआवजा की मांग कर रहे हैं. ऐसे में एनटीपीसी का कोयले का उत्खनन कार्य के साथ-साथ ढुलाई का कार्य पिछले 1 महीने से बंद है. 1 महीने पूर्व निकाला गया कोयला अब डंप में ही आग पकड़ रहा है. हालांकि, एनटीपीसी के अधिकारी और त्रिवेणी सैनिक कंपनी के कर्मी कोयले में लगी आग को बुझाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं. कई जगह पर आग पर काबू भी पा लिया गया है. अगर जल्द कोयले का उठाव नहीं हुआ तो आग फिर से लगने की संभावना है.

ये भी पढ़ें-बेरमो उपचुनाव के लिए 3 कांग्रेस नेताओं ने पेश की दावेदारी, उम्मीदवार के नाम की घोषणा बाकी

नहीं बन रही बात
ऐसे में एनटीपीसी के पदाधिकारी भी कह रहे हैं कि वो लोग रैयतों के साथ भी संवाद स्थापित करना चाह रहे हैं, पर बात नहीं बन रही है. जिससे ट्रांसपोर्टेशन नहीं हो पा रहा है. अगर ट्रांसपोर्टेशन नहीं हुआ तो राष्ट्रीय क्षति होगी.

Last Updated : Oct 4, 2020, 7:41 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details