हजारीबाग: चौपारण वन विभाग ने बीती रात गश्ती के दौरान पंचायत झापा के लखावर जंगल से अवैध रूप से मोटे-मोटे पेड़ों को काटकर वोटा बनाकर बैलगाड़ी से अवैध परिवहन करते समय चौपारण रेंज के बारा चौक के पास ब्रजादास केंदुआ निवासी रिजवान अंसारी को रंगे हाथ पकड़ा. इस संबंध में जानकारी देते हुए वनरक्षी पंकज कुमार ने बताया कि वन विभाग की टीम को अचानक से सामने देख के रिजवान अंसारी वन कर्मियों पर हमला बोल दिया.
हाथापाई करते हुए हाथ में रखे टांगी से हमला कर दिया. हमले में वनरक्षी पंकज कुमार और राजा कुमार को हल्की चोटें भी आई और अंधेरे का फायदा उठाकर रिजवान अंसारी भागने में सफल रहा. मौके पर से दो बैलगाड़ी और 12 पीस वोटा जब्त किया गया. उसे भाड़े की गाड़ी से रेंज कार्यालय ला कर रखा गया है.
जानकारी हो कि पिछले महीने ही रिजवान अंसारी तीन बैलगाड़ी से सेट्रिन खुटा 120 पीस के साथ पकड़ा गया था लेकिन किसी कारण उसे छोड़ दिया गया था. उन्होंने बताया कि कुछ बड़े लोगों का संरक्षण में रिजवान अंसारी लगातार जंगल से अवैध कटाई कर रहा है और जंगल को भारी नुकसान पहुंचा रहा है. नामजद अभियुक्त के खिलाफ वन वाद दायर कर उच्च पदाधिकारियों को सूचित कर दिया गया है. आगे भी विभाग उक्त जंगल चोर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.
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सख्त कार्रवाई नहीं होने से बढ़ा है मनोबल
छापामारी के दौरान हमलावर के शिकार हुए वनकर्मियों ने बताया कि इसके पहले भी ढोढिया-मोरनियां जंगल में 5 सितंबर 2020 को गौतम बुद्ध वन्यप्राणी आश्रयणी के वनरक्षी मो अयुब अंसारी, दैनिक वेतनभोगी वनकर्मी राजकुमार सिंह, गणेश सिंह, रामदेव यादव, श्रवण कुमार दास, रामलाल यादव, नारायण चौधरी, सुभाष यादव को 40-50 लोगों ने बंधक बनाकर धक्का मुक्की किया था. जिसमें वनपाल अनिल रमन की शिकायत पर थाना में अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज हुई है. उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से जंगल में अवैध कारोबार करने वालों का मनोबल बढ़ा हुआ है.