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Corona Third Wave: नौनिहालों के लिए विशेष तैयारी, HMCH में बन रहा चाइल्ड फ्रेंडली यूनिट - child friendly unit prepared in Hazaribag

कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave) का खतरा सिर पर मंडरा रहा है. शोध और आंकड़े इसी तरफ इशारा कर रहे हैं. आने वाले महीनों में कोरोना की तीसरी लहर झारखंड में दस्तक देगी. नौनिहालों को इसकी चपेट से बचाने के लिए स्वास्थ्य महकमा (Health department) तैयारी कर रहा है. इसके अलावा बीमारी के दौरान बच्चों की मनोदशा को देखते हुए कई उपाय किए जा रहे हैं.

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चाइल्ड फ्रेंडली यूनिट

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Published : Jun 26, 2021, 9:38 PM IST

हजारीबागः कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर (Corona Third Wave) को देखते हुए हजारीबाग जिला में स्वास्थ्य व्यवस्था (Health system in Hazaribag district) मुकम्मल की जा रही है. ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि तीसरी लहर में सबसे अधिक परेशानी बच्चो को होगी. ऐसे में बच्चे जब अस्पताल आएंगे तो उनके लिए चाइल्ड फ्रेंडली एटमॉस्फेयर (Child friendly atmosphere) रहे, इसको लेकर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Hazaribagh Medical College Hospital, HMCH) प्रबंधन ने व्यापक तैयारी की है.

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अस्पताल में मर्ज का इलाज होता है, इलाज के दौरान मरीजों को कई दिनों तक एक बेड या एक कमरे में रहना पड़ता है. इस दौरान मरीज की मन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. बच्चों के कोमल मन पर अस्पताल का माहौल विपरित असर डालता है. बच्चों को इलाज के दौरान अच्छा माहौल देने के लिए हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Hazaribagh Medical College Hospital) में एक चाइल्ड फ्रेंडली यूनिट (Child friendly unit) बनाया जा रहा है.

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कार्टून और छोटा भी बच्चों को करेगा आकर्षित

अस्पताल के शिशु वार्ड (Child ward) के इस चाइल्ड फ्रेंडली यूनिट (Child friendly unit) में तरह-तरह की कलाकृति बनाई जा रही है, जिसमें कार्टून (Cartoon) को विशेष स्थान दिया गया है. कार्टून में छोटा भीम जो बच्चों का आकर्षण केंद्र बिंदु रहता है, उसे बनाया गया है. इसके अलावा भी कई अन्य कलाकृतियां बनाई गई हैं. शिशु वार्ड में ही नवजात बच्चों के लिए अलग से व्यापक इंतजाम किया जा रहा है. यहां इलाज करवा रही महिला बताती हैं कि उन्हें भी अच्छा लग रहा है, यहां का वातावरण अस्पताल की तरह नहीं लग रहा है. जिससे बच्चा भी खुश है और हम लोग भी ज्यादा परेशान नहीं हो रहे हैं. उनका कहना है कि अस्पताल के नाम से ही बच्चे की तबीयत और अधिक खराब हो जाती है. जब यहां का वातावरण अलग रहेगा तो बच्चों पर इसका प्रभाव भी कम पड़ेगा.

बच्चों का मन लगा रहेगा

इस वार्ड में सेवा देने वाली नर्स बताती हैं कि आने वाले दिनों में खिलौना (Toys) भी रखा जाएगा. हम लोग कोशिश कर रहे हैं कि एक अच्छा माहौल बीमार बच्चों को दें, इस बाबत तैयारी चल रही है. पदाधिकारी भी हम लोगों को विशेष दिशा-निर्देश देते हैं. जिस तरह से वार्ड तैयार किया जा रहा है. ऐसे में कोरोन की तीसरी लहर अगर आती है तो बच्चों को थोड़ा राहत मानसिक रूप से अवश्य मिलेगा.

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अस्पताल का नाम सुनकर ही बच्चे हो या बड़े सभी चिंतित हो जाते हैं और परेशानी की लकीर चेहरे पर दिखना शुरू हो जाता है. ऐसे में तीसरी लहर में कहा जा रहा है कि बच्चे अधिक प्रभावित हो सकते हैं. इसे देखते हुए राज्य में तैयारी चल रही है. कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave) से नौनिहालों को बचाने के लिए हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Hazaribagh Medical College Hospital) में भी इलाज को लेकर व्यापक प्रबंध के साथ-साथ चाइल्ड फ्रेंडली माहौल देने की कोशिश की जा रही है.

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