हजारीबाग: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हो चुका है. अब गांव की सरकार बनकर तैयार है, लेकिन पंचायत चुनाव को लेकर जिला प्रशासन की कार्रवाई पर हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल ने सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि हर थाने से लगभग 100 लोगों पर 107 की कार्रवाई करना सरासर गलत है.
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पंचायत चुनाव के दौरान जिला प्रशासन ने लगभग सभी थाने में लगभग 100 से अधिक लोगों पर धारा 107 के तहत कार्रवाई करते हुए नोटिस भेजा था. अब जिला प्रशासन के इस कार्रवाई पर सवाल उठना शुरू हो गया है. जनप्रतिनिधियों ने भी प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि एक नई परिपाटी की शुरुआत हजारीबाग जिले में की गई है. चुनाव के दौरान पहले यह परिपाटी नहीं थी कि 107 की नोटिस जारी किया जाए.
सदर विधायक मनीष जायसवाल ने आरोप लगाया है कि चुनाव में निर्दोष लोगों को नोटिस भेजा गया. जिसके ऊपर ना अपराधिक और ना ही असामाजिक कृतिका का रिकॉर्ड है. प्रशासन के द्वारा नोटिस भेजकर वोटरों में भय और दहशत का माहौल बना कर लोकतंत्र का मजाक बनाया गया है. आलम यह है कि महिला और वृद्ध को भी नोटिस जारी किया गया. एक बार अगर नोटिस जारी किया जाता है तो उसका नाम और रिकॉर्ड थाने में चला जाता है. जिससे भविष्य में भी परेशानी होती है. प्रशासन ने हजारीबाग जिले में सैकड़ों लोगों के खिलाफ 107 भेजा है
मनीष जयसवाल ने यह भी ऐलान कर दिया है कि प्रशासन की इस कार्रवाई को सत्र के दौरान उठाया जाएगा. सरकार को जवाब देना होगा कि आखिर क्यों और किस आधार पर चुनाव के दौरान 107 की कार्रवाई प्रशासन के द्वारा की गई है.
कोई व्यक्ति किसी अगर किसी अन्य व्यक्ति से किसी कार्य के लिए उकसाता है, या उस व्यक्ति को दुष्प्रेरण करता है, तो भारतीय दंड संहिता के अनुसार उसपर धारा 107 के आधार पर कार्रवाई हो सकती है.