हजारीबाग: साइबर अपराध इन दिनों प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गई हैं. आए दिन अपराधी वारदात को अंजाम देकर लोगों की गाढ़ी कमाई उड़ा ले रहे हैं. आलम यह है कि अब साइबर अपराधी प्रशासनिक पदाधिकारियों की फेक आईडी बनाकर भी पैसा वसूलने का काम कर रहे हैं. ऐसा ही मामला हजारीबाग में आया है. जहां उपायुक्त की फर्जी व्हाट्सएप आईडी बनाकर वारदात को अंजाम देने की फिराक में साइबर अपराधी लगे हुए हैं.
DC की फर्जी व्हाट्सएप आईडी से ठगी की कोशिश, नैंसी सहाय ने लोगों को किया सावधान - झारखंड समाचार
साइबर अपराधी आम लोगों को फंसाने के लिए कई तरह की तरकीब निकालते हैं. अब उन्होंने बड़े सरकारी अधिकारियों के नाम के व्हाट्सएप आईडी बनाकर ठगी कर रहे हैं. ताजा मामले में हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय की नाम पर फेक व्हाट्सअप आईडी से लोगों को संपर्क किया गया है. इस मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है.
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साइबर अपराधी लोगों को झांसे में लेने के लिए कई तरह की तरकीब लगाते हैं. पिछले कुछ दिनों में ये कई जिलों के उपायुक्त की तस्वीर वाली फेक व्हाट्सएप आईडी बनाकर अधिकारियों से फ्री गिफ्ट कार्ड या धनराशि की मांग कर रहे हैं. इस बार साइबर अपराधियों ने हजारीबाग की उपायुक्त नैंसी सहाय की फेक व्हाट्सअप आईडी बनाकर कई लोगों से संपर्क किया है. इसकी पुष्टि आधिकारिक रूप से जिला उपायुक्त कार्यालय ने भी की है. फेक व्हाट्सएप आईडी का नंबर 8250128869 है और इसी नंबर से साइबर अपराधियों द्वारा कई अधिकारियों या अन्य लोगों से संपर्क किया जा रहा है.
जिला उपायुक्त ने अपने अधिकारियों, शुभचिंतकों और आम लोगों से अपील की है कि अगर इस व्हाट्सएप, किसी नंबर या अन्य किसी भी अनाधिकृत सोशल मीडिया के माध्यम उनसे संपर्क किया जाता है तो उनके झांसे में न आए और किसी भी प्रकार की कोई भी बात न करें. इससे उन्हें वित्तीय जोखिम का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा इस मामले की विधिवत सूचना पुलिस अधीक्षक हजारीबाग को उपलब्ध करवाई गई है. पुलिस भी इस मामले की जांच में जुट गई है.