गिरिडीह: जिला मुख्यालय से लगभग 25 किमी दूरी पर पीरटांड़ प्रखंड है. इस प्रखंड में अवस्थित है अंगैया गांव. इस गांव को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया है. गांव में प्रवेश से पहले ओडीएफ का बोर्ड भी लग गया है, लेकिन यहां की जमीनी हकीकत कुछ और ही है. इस गांव के कई घरों में अबतक शौचालय नहीं बना. आज भी यहां की कई महिलाओं को खुले में शौच जाना पड़ रहा है.
गिरिडीह: ETV BHARAT के कैमरे में कैद हुआ अंगैया गांव के ODF का झूठ, कई घरों में नहीं बना शौचालय - गिरिडीह के अंगैया गांव में शौचालय
गिरिडीह के पीरटांड प्रखंड के अंगैया गांव को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया है, लेकिन यहां की जमीनी हकीकत कुछ और ही है. इस गांव के कई घरों में अबतक शौचालय नहीं बना. आज भी यहां की कई महिलाओं को खुले में शौच जाना पड़ रहा है.
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इस गांव की प्रमिला देवी बताती हैं कि उनके यहां शौचालय नहीं है. ऐसे में उनके परिवार को खुले में शौच जाना पड़ता है. इसी तरह गांव की बसंती देवी ने बताया कि यहां शौचालय योजना तो आई, लेकिन ज्यादातर लोगों का शौचालय आधा अधूरा बना है.
पानी की टंकी भी बनी सफेद हाथी
इस गांव के लोग पानी की कमी भी झेल रहे हैं. साल 2009 में ही इस गांव में पानी के लिए बोरिंग हुई. पानी की टंकी भी बन गयी, लेकिन आपूर्ति नहीं हो रही है. गांव के संजय यादव बताते हैं कि टंकी का कंस्ट्रक्शन भी पूरा नहीं किया गया और पानी की आपूर्ति शुरू कर दी गयी. बाद में गांव की सड़क बनने लगी तो बिछी हुई पाइपलाइन भी उखाड़ दी गई.
कई पंचायतों की है यह स्थिति
जिले के कई गांव की यही स्थिति है. इस मामले में एसबीएम की जिला कॉर्डिनेटर सुमन ने बताया कि उन्हें यह पता नहीं कि अंगैया में एसबीएम के तहत कितने शौचालय अधूरे हैं, इसकी जांच की जायेगी. यदि गड़बड़ी मिली तो कार्रवाई होगी.