बगोदर,गिरिडीहः झारखंड में धान की खरीद का लक्ष्य पूरा करने के लिए 15 दिसंबर से प्रदेश में धान की खरीद शुरू कर दी गयी है. गिरिडीह में पैक्स के जरिए धान की खरीद की जा रही है. लेकिन धान अधिप्राप्ति के बाद राइस मिल के ना मिलने से धान खरीद केंद्र के बाहर धान की हजारों बोरियां खुले में पड़ी हैं.
इसे भी पढ़ें- कैसे पूरा होगा धान खरीदी का लक्ष्य? बदहाल धान क्रय केंद्र से स्टाफ और किसान नदारद
गिरिडीह में अटका पूर्वी पैक्स के द्वारा इलाके के किसानों से खरीद की गयी है. इस पैक्स को सरकारी स्तर पर धान अधिप्राप्ति केंद्र बनाया गया है. विभागीय पेंच के कारण पैक्स से राइस मिल फिलहाल धान नहीं ले रहा है. इस वजह से बगोदर प्रखंड के अटका पूर्वी पैक्स के बाहर धान की हजारों बोरियां खुले आसमान के नीचे पड़ी हुई हैं.
अटका पूर्वी पैक्स प्रबंधक जीवन मेहता के अनुसार इस पैक्स का धान हजारीबाग के हेमकुंठ राइस मिल भेजा जाता है. विभागीय पेंच के कारण राइस मिल धान नहीं ले रहा है. हालांकि उन्होंने कहा है कि एक-दो दिन के अंदर मामला सुलझा लिया जाएगा. इस मामले को लेकर किसानों का कहना है कि धान अधिप्राप्ति केंद्र खुलने से ऊंचे दामों पर पैक्स में धान बेचने की उम्मीद जगी थी, मगर यह तमाम उम्मीदें अधूरी रह गयीं.
पैक्स के बाहर खुले में धान की बोरियां 15 दिसंबर से झारखंड में धान की खरीद शुरू हुई. गिरिडीह में धान की खरीद के लिए धान अधिप्राप्ति केंद्र का शुभारंभ हुआ था. अब तक 37 किसानों से दो हजार क्विंटल से भी अधिक धान की खरीदारी की गयी है. धान रखने की जगह नहीं होने के कारण किसानों से धान की खरीदारी भी बंद है. इससे किसान धान बेचने के लिए पैक्स में अब सिर्फ अपना नंबर लगा रहे हैं.