गिरिडीह: मुंबई समेत विभिन्न महानगरों में झारखंड के अलग-अलग जिलों के लाखों लोग काम करते हैं. कोरोना वायरस को देखते हुए पूरा देश लॉकडाउन है. ऐसे में अधिकांश छोटे-बड़े उद्योगों में ताला लटक गया है. इससे यहां पर काम कर रहे मजदूर भी बैठ गए हैं. इन मजदूरों के सामने रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है.
मुंबई में फंसे झारखंड के हजारों मजदूर, सोशल मीडिया से लगाई मदद की गुहार - झारखंड लॉकडाउन
लॉकडाउन लागू होने के बाद ज्यादातर औधोगिक संस्थान में ताला लटक गया है. वहीं प्रदेश कमाने गए मजदूरों के समक्ष रहने से खाने तक की समस्या उत्पन्न हो गयी है.
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मुंबई और उससे सटे इलाके में भी झारखण्ड के गिरिडीह, बोकारो, हजारीबाग समेत विभिन्न इलाके के हजारों मजदूर इसी इलाके में फंसे हुए हैं. ये मजदूर वैसे तो किराए के कमरों में रह-रहे हैं लेकिन इनके समक्ष भोजन की समस्या आ खड़ी हुई है. इन स्थानों पर रह रहे मजदूरों ने सोशल मीडिया के माध्यम से मदद की गुहार लगायी है.
प्रवासी मजदूरों के लिए काम करनेवाले सिकंदर अली के जरिए से यह वीडियो पहुंचा है. वीडियो में मजदूरों का कहना है कि उन्हें भोजन नहीं मिल रहा. जिन स्थानों पर वे लोग काम करते थे उसके मालिक भी ध्यान नहीं दे रहे. होटलों में भोजन इतना महंगा हो गया कि वे खरीद नहीं पा रहे हैं. यह भी कहा कि वे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से मदद की गुहार लगा रहे हैं.