झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / city

गिरिडीह कोलियरी से ढोरी भेजी गई टाटा हिटाची मशीन, लोग चिंतित, खामोश हुए यूनियन लीडर

गिरिडीह कोलियरी (Giridih Colliery) की परेशानी कम नहीं हो रही है. एक तरफ कोयला उत्पादन में कमी देखी जा रही है. वहीं सीटीओ मिलने के आसार भी कम दिख रहे हैं. इन सब के बीच ओपेनकास्ट से एक मशीन को ढोरी शिफ्ट कर दिया गया है. जिससे लोगों की चिंता बढ़ गई है.

Tata Hitachi machine sent to Dhori
Tata Hitachi machine sent to Dhori

By

Published : Nov 25, 2021, 10:08 PM IST

गिरिडीह: सीसीएल गिरिडीह कोलियरी (Giridih Colliery) पर दिन प्रतिदिन संकट के बादल मंडरा रहे हैं. गुरुवार को टाटा हिटाची मशीन को गिरिडीह से ढोरी के अमलो में शिफ्ट कर दिया गया है. मशीन शिफ्ट होने से कोयलांचल के लोग चिंतित हैं. लोगों को यह डर सता रहा है कि कहीं आनेवाले दिनों में गिरिडीह कोलियरी बंद न हो जाए.

इसे भी पढे़ं: गिरिडीह कोलियरी पर बंदी की तलवार, मशीन उठाने की सूचना पर JMM ने किया कार्यालय का घेराव

गिरिडीह परियोजना में दो माइंस है. कबरीबाद माइंस तीन वर्ष से बंद पड़ा है. जबकि 31 दिसम्बर को ओपेनकास्ट माइंस के सीटीओ की अवधि समाप्त हो जाएगी. ऐसे में 1 जनवरी से यहां से भी उत्पादन बंद हो जाएगा. बताया जाता है कि सीटीओ को लेकर अभी तक जो भी प्रयास किया गया है वह असफल साबित हुआ है. हालांकि स्थानीय सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और विधायक सुदिव्य कुमार का यह दावा है कि 31 दिसम्बर से पहले सीटीओ मिल जाएगा. लेकिन फिलहाल यह असंभव दिख रहा है.

देखें पूरी खबर



सीटीओ मिलते ही वापस आएगी मशीन: पीओ


वहीं इस मामले पर परियोजना पदाधिकारी एसके सिंह का कहना है कि ओपेनकास्ट को सीटीओ मिलने में चार-पांच महीने का समय लग सकता है. ऐसे में टाटा हिटाची मशीन को ढोरी भेजा जा रहा है. इस मशीन का उपयोग अमलो प्रोजेक्ट के माइंस से कोयला और ओबी निकालने में किया जाएगा. उन्होंने कहा कि गिरिडीह के ओपेनकास्ट को सीटीओ मिलते ही मशीन वापस आ जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि इसके अलावा अन्य नई मशीन भी गिरिडीह को मिलेगी.


इसे भी पढे़ं: कभी गिरिडीह कोलियरी का शान था कोक प्लांट, आज बना लूट का चारागाह


यूनियन लीडरों ने साधी चुप्पी


दूसरी तरफ मशीन को ले जाने का विरोध कर रही झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन ने इस मामले में चुप्पी साध ली है. मामले पर यूनियन के लीडरों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. पिछले दिनों भी इस मशीन को ले जाया जा रहा था. लेकिन झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था. वहीं अन्य मजदूर लीडर भी इस मामले पर कुछ नहीं बोल रहे हैं. विपक्षी पार्टियां भी चुप है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details