गिरिडीहः राष्ट्रीय राजमार्ग 19 जिसे पहले जीटी रोड (ग्रैंड ट्रंक रोड) कहा जाता था. यह सड़क अपराधियों की पनाहगार रही है. इस मार्ग में आगरा ( यूपी) से लेकर पश्चिम बंगाल तक कई तरह के अपराध होते रहे हैं. कइयों का अपहरण हुआ तो मादक पदार्थों की तस्करी भी होती रही. मवेशियों की तस्कर भी इसी सड़क से होकर यूपी, बिहार व झारखण्ड के मवेशियों को पश्चिम बंगाल तक पहुंचाते हैं. इस बार पहली दफा इसी सड़क के किनारे अवैध हथियार का जखीरा मिला तो सनसनी फैल गई. बगोदर में बंगाल पुलिस की छापेमारी, हथियार की बरामदगी और कथित तौर पर मिनी गन फैक्ट्री के संचालन की खबर से यहां के लोग अवाक हैं.
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अपराधियों का पनाहगार है ग्रैंड ट्रंक रोड, 24 घंटे सक्रिय रहते हैं तस्कर - गिरिडीह में अपराध
गिरिडीह से होकर गुजरी जीटी रोड (GT) अपराधियों का पनाहगार रहा है. इस मार्ग में 24 घंटे तस्कर सक्रिय रहते हैं. कई बार तस्करों को पकड़ने में पुलिस सफल भी रही है लेकिन इसके बावजूद गलत कार्यों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.
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अपराधियों का पनाहगार है ग्रैंड ट्रंक रो
लोगों के सवाल
बगोदर से हथियार की बरामदगी के बाद सोशल मीडिया के साथ साथ स्थानीय स्तर पर यह मामला छाया हुआ है. लोग तरह तरह के सवाल कर रहे हैं. सवाल यह पूछा जा रहा है कि NHAI के टोल प्लाजा से सटे इस मकान में यदि अवैध रूप से हथियार बनाया बनाया जा रहा था या रखा गया था तो इसकी भनक लोकल पुलिस को पहले क्यूं नहीं लगी. जिस टोल पर हर समय दर्जनों लोग खड़े रहते हैं उन्हें भी कुछ पता कैसे नहीं चला.
ग्राउंड जीरो से रिपोर्ट
Last Updated : Sep 26, 2021, 10:30 AM IST