बगोदर, गिरिडीह:रामनवमी को आपसी भाईचारे के साथ शांतिपूर्ण माहौल में मनाने के लिए पुलिस प्रशासन ने अभी से ही कमर कसकर तैयारी कर ली है. शरारती तत्वों के अलावा इस बार पुलिस प्रशासन की नजर सोशल मीडिया और डीजे पर रहेगी. रामनवमी में डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है. पुलिस का कहना है कि किसी भी कीमत पर डीजे नहीं बजने दिया जाएगा. हालांकि उन्होंने कार्यक्रम को निर्देशित करने के लिए लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की अनुमति दी है.
रामनवमी को लेकर पुलिस ने कसी कमर, सोशल मीडिया पर रहेगी पैनी नजर, डीजे बजाने की मनाही - giridih news
आपसी भाईचारे के साथ शांतिपूर्ण माहौल में रामनवमी मनाने के लिए बगोदर पुलिस और प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. शरारती तत्वों के अलावा इसबार पुलिस प्रशासन की नजर सोशल मीडिया और डीजे पर रहेगी. रामनवमी में डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है. पुलिस का कहना है कि किसी भी कीमत पर डीजे नही बजने दिया जाएगा. कार्यक्रम को निर्देशित करने के लिए सिर्फ लाउडस्पीकर का उपयोग किया जा सकता है.
रामवमी को लेकर बगोदर पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है. पुलिस इस बार शरारती तत्वों पर तो नजर रखेगी ही साथ ही सोशल मीडिया पर पैनी निगाह रखेगी. इसके अलावा कार्यक्रम में डीजे बजाने की अनुमति नहीं दी गई है ना ही लाउडस्पीकर पर गाने बजाने की अनुमति होगी. हालांकि लाउडस्पीकर पर कार्यक्रम को निर्देशित किया जा सकता है. रविवार को बगोदर पुलिस प्रशासन के साथ मिल कर प्रमुख वाट्सएप एवं फेसबुक ग्रुप के एडमिन और इलाके के डीजे संचालकों के साथ बैठक की. जिसमें सरकार के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई.
पुलिस ने निर्देशों का पालन नहीं करने वालों पर सख्त कार्रवाई की बात भी कही है. बैठक में एसडीपीओ नौशाद आलम मुख्य रूप से उपस्थित थे. उन्होंने कहा है कि रामनवमी का त्योहार शांतिपूर्ण एवं आपसी भाईचारे के साथ मनाने की जिम्मदारी सभी की है. ऐसा कोई कार्य ना करें जिससे आपसी भाईचारा बिगड़ने की आशंका हो. उन्होंने कहा कि इस बार सरकार ने रामनवमी में डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है. इसलिए किसी भी कीमत पर डीजे नहीं बजने दिया जाएगा.
नौशाद आलम ने कहा कि डीजे बजते हुए पाए जाने पर संचालक पर कार्रवाई तो होगी हीं तत्काल डीजे को सीज कर लिया जाएगा. एसडीपीओ नौशाद आलम ने डीजे संचालकों और सोशल मीडिया ग्रुप के एडमिनों से सरकार के निर्देशों का पालन करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि पंचायत स्तर पर संचालित सोशल मीडिया के ग्रुपों पर भी पुलिस की नजर है.