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अफगानिस्तान में अगवा मजदूरों की रिहाई से लोगों की जगी उम्मीदें, बगोदर के दो मजदूर भी हुए थे किडनैप

अफगानिस्तान में पिछले 2 सालों से बगोदर इलाके के 2 प्रवासी मजदूर अपहृत हैं. ऐसे में 2 प्रवासी मजदूरों की रिहाई होने से इन परिजनों में खुशी का माहौल है. मजदूरों की रिहाई होने से इनकी उम्मीदें भी जग गई है.

people Expectation to release of bagodar workers kidnapped in Afghanistan
बगोदर के दो मजदूर

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Published : Aug 5, 2020, 12:42 PM IST

बगोदर, गिरिडीह: पिछले दो सालों से बगोदर प्रखंड क्षेत्र के दो प्रवासी मजदूर अफगानिस्तान में अपहृत हैं. अफगानिस्तान में अपहृत दो भारतीय मजदूरों की रिहाई की सूचना ने अपहृत दोनों मजदूरों के परिजनों की उम्मीदें जगा दी है. दो मजदूरों की रिहाई होने की पुष्टि बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह ने की है.

देखें पूरी खबर

उन्होंने बताया कि भारतीय मूल्क के तीन प्रवासी मजदूर अफगानिस्तान में अपह्रत थे. इसमें दो की रिहाई होने की सूचना है. ऐसे में यह तो कंन्फर्म है कि रिहा होने वाले मजदूरों में एक तो बगोदर इलाके के जरूर होंगे. उन्होंने कहा है कि हो सकता है रिहा हुए दोनों मजदूर बगोदर इलाके के ही हो. लेकिन रिहा हुए मजदूरों का जब तक नाम सार्वजनिक नहीं होता है तब तक यह उम्मीद हीं लगाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि रिहा होने के बाद दोनों मजदूर भारत भी लौट आए हैं.

बताया जाता है कि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि रिहाई हुए दो मजदूर कहां के हैं और कौन- कौन हैं. अफगानिस्तान से दो अपहृत हुए दो मजदूरों की रिहाई होने से बगोदर के माहुरी के रहने वाले हुलास महतो और घाघरा के रहने वाले प्रसादी महतो के परिजनों में खुशी जरूर है.

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क्या है पूरा मामला

बता दें कि 6 मई 2018 में अफगानिस्तान में 7 भारतीय मजदूरों का अपहरण कर लिया था. इसमें बगोदर के तीध मजदूर हुलास महतो, प्रसादी महतो और प्रकाश महतो शामिल है. इसमें प्रकाश महतो की एक साल पूर्व रिहाई हो चुकी है. हालांकि वह अब तक गांव नहीं आया है. इधर हुलास महतो और प्रसादी महतो की रिहाई नहीं होने से दोनों के परिजन काफी चिंतित रह रहे हैं. ऐसे में दो मजदूरों की रिहाई होने की खबर ने दोनों परिवारों की उम्मीदें जगा दी है. परिजनों ने रिहा होने वाले मजदूरों का नाम सार्वजनिक करने की मांग सरकार से की है.

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