गिरिडीह: सोमवार की रात से रहस्यमय ढंग से लापता हुए सीसीएल के सुरक्षा इंस्पेक्टर जेपी सिंह का चौथे दिन भी सुराग नहीं मिल सका है. लापता होने के बाद अब तक मिले सुराग के आधार पर यह माना जा रहा है कि इंस्पेक्टर की हत्या कर दी गई और शव को सीसीएल के बंद पड़े अंडरग्राउंड माइंस में फेंक दिया गया है.
एनडीआरएफ ने किए हाथ खड़े
इसके बाद मंगलवार की दोपहर से ही उक्त माइंस के अंदर जाने का प्रयास सीसीएल कर्मी करते रहे. बंद माइंस के 6-7 सौ फीट गहरा रहने और 4 सौ फीट से अधिक पानी रहने के कारण स्थानीय कर्मी, गोताखोर नाकाम रहे. ऐसे में गुरुवार को रांची से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. 17 सदस्यीय इस टीम ने प्रयास तो किया लेकिन गहराई के कारण टीम के सदस्यों ने हाथ खड़ा कर दिया और साफ कह दिया कि इस खदान के अंदर दाखिल होना और शव को ढूंढना उनके बस की बात नहीं.
प्रशासन की चिंता बढ़ी
एनडीआरएफ के फेल रहने के बाद स्थानीय प्रशासन की चिंता बढ़ गई है. वहीं परिजन भी हताश और निराश दिख रहे हैं. बेटे मनीष कह रहे हैं कि जिस हालात में ही सही कम से कम उनके लापता पिता मिले तो. गुरुवार को इंस्पेक्टर के परिजन और ग्रामीण एसपी से भी मिले और इस कांड में शामिल रहे अपराधियों को ढूंढने की गुहार लगाई.
लगातार छापेमारी
वहीं, घटना के बाद से पुलिस की टीम लगातार छापेमारी कर रही है. इस मामले में अभी तक 10 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया है. दो युवकों की पहचान भी की गई है, जिनके इस घटना में शामिल रहने की बात कही जा रही है.