गिरिडीहः धनवार थाना इलाके में पचरुखी स्थित रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की बैठक माले नेता विनय संथालिया की अध्यक्षता में हुई. इस दौरान लॉकडाउन में फंस कर परेशानी झेलते, भूखे-प्यासे, पैदल चलकर मुंबई, जयपुर, दिल्ली, हैदराबाद, गुजरात, केरला, बंगलुरू, हरियाणा, इलाहाबाद, कोलकाता आदि से घर लौटे दर्जनों प्रवासी मजदूरों ने अपना-अपना दर्द साझा किया. उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से घोषणा तो की गयी, लेकिन मदद नहीं हुई.
गिरिडीहः माले नेता विनय संथालिया की अध्यक्षता में प्रवासी मजदूरों की बैठक, साझा किया दर्द - गिरिडीह में प्रवासी मजदूरों की बैठक
गिरिडीह के धनवार में प्रवासी मजदूरों ने माले नेता विनय संथालिया की अध्यक्षता में बैठक की. इस दौरान मजदूरों ने अपनी-अपनी समस्या रखी. मजदूरों ने कहा कि सरकार की तरफ से सिर्फ घोषणा की गयी है.
ये भी पढ़ें-जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने सीएम को लिखा पत्र, बंद पड़ी सेवाओं को चालू कराने की मांग
माले नेता विनय संथालिया ने कहा कि कोरोना विदेशी बीमारी है, जिसे सरकार ने जहाज से आयात कर महानगरों से गांव तक फैलाने का काम किया. लॉकडाउन में मजदूरों के रहने खाने की व्यवस्था देने में राज्य सरकारें भी असफल रही हैं. सरकार से मांग की गई है कि प्रवासियों को उनके ही पंचायत में उनकी क्षमता के अनुरूप रोजगार मुहैया कराया जाए और क्वॉरेंटाइन में रह रहे प्रवासियों को घोषणा के मुताबिक चौदह किलो चावल, दाल, तेल और नमक दिया जाए. ऐसा नहीं होने पर 30 जून से सभी पंचायत मुख्यालय पर प्रवासियों के साथ अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा.