गिरिडीहःअंचल और रिकॉर्ड रूम में अनियमितता के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान मंच के सदस्यों ने बुधवार को हंगामा कर दिया. किसान मंच के सदस्य पेट्रोल भरा गैलन लेकर पहुंच गए. यहां मांग पूरी न होने पर आत्मदाह की धमकी देने लगे. किसानों के इस तेवर को देखकर प्रशासन के पसीने छूटने लगे. बाद में एसडीएम विशालदीप खलखो समेत कई अधिकारी पहुंचे और किसान मंच के लोगों को जाने को कहा. मंच के लोगों ने इंकार किया तो प्रशासन ने बल प्रयोग कर हालात को संभाला. किसानों को घसीट-घसीट कर वहां से हटाया गया. आरोप है कि किसानों से धक्का-मुक्की भी की गई. किसी पर लाठी चटकाई गई तो किसी पर लाठी भांजकर खदेड़ा गया. इस दौरान खबर संकलन में जुटे फोटो पत्रकारों का मोबाइल भी छीन लिया गया.
गिरिडीह में किसान मंच के सदस्यों का हंगामा, आत्मदाह करने की कोशिश पर पुलिस ने बल प्रयोग कर खदेड़ा
गिरिडीह के अंचल कार्यालय में अनियमितता और भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों पर पुलिस ने बुधवार को बल प्रयोग किया और किसानों को खदेड़ दिया गया. पुलिस प्रशासन की बर्बरता की कहानी सामने न आए इसके लिए कवरेज कर रहे फोटो पत्रकारों का मोबाइल भी छीन लिया गया. आंदोलनकारी किसानों ने 218 किसानों को नजरबंद रखने का भी आरोप लगाया है.
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क्या है मामलाःयहां बता दें कि अंचल कार्यालय से रजिस्टर टू की प्रति और जिले से खतियान की नकल निकालने में लोगों को काफी परेशानी होती है. इस परेशानी से निजात के लिए और बगैर रिश्वत के जमीन का कागजात देने की मांग को लेकर पिछले कई माह से गिरिडीह में किसान मंच के बैनर तले किसान आंदोलन कर रहे हैं. इस आंदोलन के क्रम में मंगलवार को किसान मंच के बैनर तले जेल भरो कार्यक्रम किया गया था. उस दौरान भी किसानों ने जेपी चौक के पास प्रदर्शन किया था. यहीं पर पुलिस-प्रशासन के साथ किसानों की नोकझोंक भी हुई थी. कई किसान बीच सड़क पर बैठ गए तो कुछ सड़क पर ही लेट गए. बाद में किसानों को गिरफ्तार कर गांडेय थाने ले जाया गया था.
218 किसानों को नजर बंद करने का आरोपःआंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारी किसान 218 किसानों को नजरबंद रखने का आरोप लगा रहे थे. उनका कहना है कि पुलिस इन्हें ले गई थी, लेकिन पता नहीं चल रहा है. हम इन किसानों के बच्चों को क्या बताएंगे. इसके अलावा आंदोलनरत किसान एसी पर कार्रवाई करने, रजिस्टर टू व खतियान की प्रति सरलता से बगैर रिश्वत देने की व्यवस्था करने की मांग कर रहे हैं.