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गिरिडीह के मटरूखा गांव में उच्च शिक्षा का अभाव, ग्रामीण संकट मोचक हनुमान से कर रहे हैं प्रार्थना - गिरिडीह मटरूखा गांव उच्च शिक्षा से वंचित

गिरिडीह के मटरूखा गांव के लोग बच्चों की उच्च शिक्षा को व्यवस्था को लेकर यज्ञ कर रहे हैं. ग्रामीणों को यह उम्मीद है कि संकट मोचक हनुमान की पूजा करने से विद्यालय बनने में आ रहीं सभी बाधाएं दूर होंगी. यज्ञ 40 दिनों तक चलेगा.

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Published : Jan 13, 2021, 2:07 PM IST

Updated : Jan 13, 2021, 3:11 PM IST

गिरिडीह:अक्सर लोग अपनी शिकायतों के निराकरण के लिए प्रशासन में बैठे अधिकारियों से गुहार लगाते हैं, लेकिन जिले के मटरूखा पंचायत के लोग प्रशासन से निराश होने के बाद पवनपुत्र की शरण में जाकर प्रार्थना कर रहे हैं. लोगों को उम्मीद है कि संकट मोचक पवन पुत्र उनकी फरियाद जरूर सुनेंगे. दरअसल जिले के मटरूखा पंचायत में उच्च शिक्षा की सुविधा नहीं है. ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी यहां की लड़कियों को हो रही है. ग्रामीण अब उच्च विद्यालय के लिए अब यज्ञ का सहारा ले रहे हैं. उनका विश्वास है कि हनुमानजी की प्रार्थना से स्कूल निर्माण में आ रहीं सभी बाधाएं दूर होंगी. पंचायत के मेरा छपरी पहाड़ी में हनुमत यज्ञ हो रहा है.

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जिला मुख्यालय से लगभग 15 किमी की दूरी पर मटरूखा गांव स्थित है. यहां के लोग उच्च शिक्षा की व्यवस्था के लिए यज्ञ-हवन कर रहे हैं. उग्रवाद प्रभावित इस गांव में कई विकास कार्य हुए हैं. पक्की सड़क बनी, घर-घर में बिजली पहुंची है. माध्यमिक तक की शिक्षा की व्यवस्था भी गांव में दशकों से है लेकिन इतनी सारी व्यवस्था के बावजूद यहां के ज्यादातर बच्चे खासकर ज्यादातर बच्चियां माध्यमिक के आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रही है. यह सब गांव में उच्च विद्यालय न होने के कारण हो रहा है.

सन्नाटों से होकर गुजरती हैं बच्चियां
माध्यमिक के बाद की पढ़ाई करने के लिए यहां की बच्चियों को साइकिल से 7 किलोमीटर दूर बनियाडीह जाना पड़ता है. यह सात किमी के सफर में कई स्थानों पर काफी सन्नाटा भी रहता है. इसका फायदा उठाने का प्रयास भी कई दफा असामाजिक तत्व करते हैं. ऐसे में बच्चियों को अपनी पढ़ाई जारी रखने में काफी परेशानी हो रही है. स्थिति को देखते हुए कई अभिभावक तो अपनी लाड़ो को माध्यमिक के बाद भी पढ़ाई करवाना ही नहीं चाहते हैं.

मांग पर नहीं दिया ध्यान
मटरूखा और उसके पास के अन्य टोला-मुहल्ले की इस समस्या को देखते हुए ग्रामीणों ने उच्च विद्यालय की मांग पिछले तीन दशक से रखनी शुरू भी की. विधायक, सांसद से लेकर बड़े अधिकारियों तक अपनी फरियाद लेकर पहुंचे लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया. गांव के रविंद्र मंडल, राजेंद्र मंडल, लवण मंडल समेत अन्य का कहना है कि अधिकारियों ने कभी भी इस समस्या का हल निकालने का प्रयास नहीं किया. उन्होंने बताया कि हर साल लगभग 400 बच्चे माध्यमिक स्कूल से पास करते हुए कक्षा 9 में जाते हैं.

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भगवान ही सहारा
ग्रामीण ने कहा कि अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के दरबार में हाजिरी लगाते लगाते वे थक चुके हैं. अब सभी विघ्न से निपटारा के लिए वे लोग संकट मोचक हनुमान के दरबार में पहुंचे. मेरा छपरी पहाड़ी में हनुमत यज्ञ किया जा रहा जा. 40 दिनों तक यह यज्ञ चलेगा. ग्रामीण यह भी कहते हैं कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस यज्ञ से हाई स्कूल और प्लस टू विद्यालय को लेकर आ रहीं सभी बाधा दूर हो जाएंगी.

Last Updated : Jan 13, 2021, 3:11 PM IST

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