गिरिडीह: झारखंड-बिहार की सीमा पर नक्सलवाद और अपराध दोनों समस्या रहीं हैं. नक्सलियों के साथ-साथ अपराधी भी घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं. ऐसे में अपराधियों और नक्सलियों से निपटने के लिए गिरिडीह पुलिस और बिहार के जमुई जिले की पुलिस ने सीआरपीएफ के साथ मिलकर नई योजना बनाई है. बुधवार को इसी मामले को लेकर गिरिडीह के तिसरी में स्थित 35वीं वाहिनी के एसएसबी कैंप में दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारी और सीआरपीएफ की महत्वपूर्ण बैठक हुई है.
नक्सलवाद पर विशेष वार की तैयारी, झारखंड-बिहार पुलिस ने की महत्वपूर्ण बैठक - झारखंड बिहार पुलिस की बैठक
झारखंड-बिहार की सीमा पर पुलिस के लिए नक्सलवाद दशकों से चुनौती रहा है. दोनों राज्यों की सीमा पर नक्सल मूवमेंट आम बात है. ऐसे में नक्सलवाद के सफाए को लेकर दोनों राज्यों की पुलिस और सीआरपीएफ ने नई योजना तैयार की है.
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इस बैठक में गिरिडीह एसपी अमित रेणू, जमुई एसपी प्रमोद कुमार मंडल, सीआरपीएफ कमांडेंट भारत भूषण जखमोल, गिरिडीह एसएसपी गुलशन तिर्की ने पूरे मामले पर चर्चा की. इस दौरान बैठक में मौजूद दोनों झारखंड बिहार के सीमावर्ती थाना तिसरी, देवरी, चकाई, लोकाय और गांवा थाना के इंस्पेक्टर और थाना प्रभारी को निर्देश दिया गया कि नक्सल व अपराध को समाप्त करने के लिए संयुक्त प्रयास करें. कोई भी अपराधी एक राज्य में कांड कर दूसरे राज्य में दाखिल होता है तो उस पर त्वरित कार्यवाई की जाए.
ये भी थे मौजूद
बैठक में एसएसबी के सहायक कमांडेंट विनायक, एसएसबी के सहायक कमांडेंट अभिनव कुमार, खोरीमहुआ एसडीपीओ संतोष कुमार मिश्रा, इंस्पेक्टर परमेश्वर लेयांगी, चकाई थाना प्रभारी राजीव कुमार, देवरी थाना प्रभारी संतोष कुमार, तिसरी थाना प्रभारी पिक्कू प्रसाद, लोकाय के पप्पू कुमार, एसआई साधन कुमार सहित सीआरपीएफ और एसएसबी के कई अधिकारी व जवान मौजूद थे.