बगोदर, गिरिडीहः बगोदर प्रखंड में सरकारी भवनों की दुर्दशा देखने वाला नहीं है. यही कारण है कि लाखों- करोड़ों की लागत से सरकारी भवनों का शुरू हुआ निर्माण कार्य आधा-अधूरा पड़ा है.
छात्रावास का निर्माण कार्य अधूरा
तिरला में बेकार पड़े आदिम जनजाति बिरहोर छात्रावास, अटका में बेकार पड़े अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास के बाद एक और बेकार पड़े छात्रावास का मामला उजागर हुआ है. बगोदर के इकलौते घाघरा इंटर साइंस कॉलेज परिसर में लाखों की लागत से दस साल पहले शुरू हुए छात्रावास का निर्माण कार्य अधूरा है.
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लाखों की लागत
लाखों की लागत से एनआरईपी की ओर से यहां एससी/एसटी वर्ग के छात्रों के लिए छात्रावास का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. मगर दस साल बाद भी दो मंजिला इस छात्रावास का न तो निर्माण कार्य पूरा हुआ है और न हीं अस्तित्व में आया है.
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कई बार पत्राचार किया
लिहाजा, निर्माण कार्य का उद्देश्य भी बेकार साबित हो रहा है. कॉलेज के सचिव प्रो अशोक कुमार यादव कहते हैं कि छात्रावास के अधूरे निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए उन्होंने जिले के वरीय अधिकारियों तक कई बार पत्राचार किया. मगर परिणाम सार्थक नहीं दिखा.