गिरिडीहः जिला के कई आवासीय इलाके से हाई टेंशन बिजली की तार गुजरती है. कई इमारतों के ऊपर से भी एचटी तार गुजर रही है. इन तारों की वजह से दुर्घटना का खतरा भी मंडराता रहता है. ऐसे तारों के नीचे मकान बनाकर रहनेवाले लोग भी हमेशा डर के साए में जीते हैं. कई लोगों ने तो इन तारों को हटाने के लिए विभाग से निवेदन भी किया है. अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है.
स्कूलों के पास से भी गुजरी है तार
हाई टेंशन तार ना सिर्फ आबादी वाले इलाके से गुजरी है बल्कि कई स्कूल के बगल से भी गुजरी है. सदर प्रखंड के पालमो स्कूल के पास यही स्थिति है. वहीं, पीरटांड़ के सिमरबेड़ा में स्कूल के बगल से ही बिजली की तार गुजरती है. यहां तो एक वर्ष पहले स्कूल के समीप बिजली का तार गिर भी गया था. इस घटना में एक मवेशी की मौत हो गयी. वहीं, कई बच्चे बालबाल बचे थे.
ये भी पढ़ें-कोरोना वैक्सीन लेने वाले चिकित्सकों ने साझा किया अनुभव, कहा- अफवाह पर न करें भरोसा, अवश्य लगवाएं टीका
घरों को पहुंचता है नुकसान
इसी तरह घर पर तार गिरने की घटना भी जिला में होती रही है जबकि 11 हजार वोल्ट तार के हाई टेंशन तार पर गिरने से भी घरों के इलेक्ट्रॉनिक सामान के जलने की घटना भी कई बार हो चुकी है. मई 2018 में डुमरी थाना इलाके के जीतकुंडी में 11 हजार वोल्ट का तार दो घरों पर गिर गया था. यहां किसी की जान तो नहीं गयी लेकिन दोनों घरों में आग लग गयी थी. इसी तरह पिछले वर्ष गावां के बालेश्वर तुरी के घर के ऊपर 11 हजार वोल्ट करंट प्रवाहित तार गिर गई थी. इस घटना में एक बच्ची झुलस गई थी तो एक बकरी की मौत हो गयी थी. वहीं, घर के सभी उपकरण जल गए थे. 14 जनवरी 2021 को बिजली तार गिरने के कारण शहर के आईसीआर रोड अवस्थित एक खटाल में आग लग गयी.
घर के उपर से गुजरती हाई टेंशन तार घर को छूकर जाती हाई टेंशन तार क्या कहते हैं अधिकारी
इस मामले पर विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता अभय कुमार ने कहा कि घनी आबादी एरिया में तार के नीचे गार्ड वायर लगाया जाता है. वहीं, लोगों से अपील भी की जाती है कि तार के नीचे मकान नहीं बनाए. उन्होंने कहा कि वैसे जब भी तार गिरता है बिजली खुद ही कट जाती है यह व्यवस्था विभाग की ओर से ही की गई है. बहरहाल विभाग भले ही आवासीय इलाके से गुजरी हाई टेंशन तार को लेकर सतर्क रहने की बात कह रही है लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है.