बगोदर, गिरिडीह:बगोदर थाना पुलिस ने प्रतिबंधित आपराधिक संगठन एनएसपीम के सरगना सहित चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों के पास से 7.62 एमएम का एक लोडेड पिस्टल, एक लोडेड देशी कट्टा, एक खाली मैगजीन, एक लूट की पिकअप वैन, एक लूट की मोबाइल एवं एक बाइक को बरामद किया है. गुरुवार को बगोदर थाना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने इसकी जानकारी दी है. मौके पर एसडीपीओ विनोद कुमार महतो, इंस्पेक्टर आर एन चौधरी, थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे.
इन लोगों की हुई है गिरफ्तारीपुलिस ने थाना क्षेत्र के मुंडरो इलाके से आपराधिक गिरोह के सरगना सहित चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में आपराधिक गिरोह के सरगना बिष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के चुकचुको निवासी उमेश गिरी उर्फ उमेश पांडेय, नउवाडीह निवासी छोटू प्रसाद उर्फ छोटी महतो, बगोदर थाना क्षेत्र के मुंडरो निवासी अनिल कुमार महतो एवं चतरा जिले के इटखोरी थाना क्षेत्र के मुकेश राणा उर्फ जागेश्वर राणा शामिल है.
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लूटपाट की घटना को अंजाम देकर भाग रहे थे सभी
एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि 29 अप्रैल की सुबह को अज्ञात पांच अपराधियों के द्वारा एक पिकअप वैन को हथियार के बल पर लूटकर भागे जाने की सूचना बगोदर पुलिस को मिली. सूचना मिलने पर बगोदर थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस के द्वारा घटना से महज कुछ हीं घंटे बाद लूटी गई वैन सहित घटना को अंजाम देने वाले एक अपराधी को लोडेड पिस्टल के साथ दबोचा गया. इसके बाद घटना में शामिल अन्य तीन कुल चार अपराधियों को दबोचा गया. एसपी ने बताया कि आपराधिक गिरोह इलाके में फिर से अपना पांव पसारने की तैयारी में था, लेकिन पुलिस ने गिरोह के मंसूबे पर पानी फेर दिया है. उन्होंने बताया कि जेल से निकलने के बाद फिर नए तरीके से संगठन तैयार करने की तैयारी में था.
एनएसपीएम नामक आपराधिक गिरोह के हैं सदस्य
न्यू सशस्त्र पुलिस मोर्चा (एनएसपीएम) नामक आपराधिक गिरोह के गिरफ्तार सभी लोग सदस्य हैं. उक्त संगठन नक्सलियों के तर्ज पर पिछले कुछ सालों से गिरिडीह, हजारीबाग, बोकारो, चतरा आदि जिलों में काम कर रहा है. संगठन का सरगना उमेश गिरी है. संगठन के द्वारा लेवी वसूलने एवं लूटपाट की घटनाओं का अंजाम दिया जाता रहा है. हालांकि लगभग डेढ़ साल पूर्व संगठन के सरगना सहित डेढ़ दर्जन सदस्यों को पुलिस ने हथियारों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था. इसके बाद से संगठन पिछले एक साल से निष्क्रिय था.