बगोदर, गिरिडीहः भाई की याद में बहन के द्वारा इस लॉकडाउन में जरूरतमंदों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है. बता दें बगोदर बाजार के एक युवक की दो साल पूर्व एक हादसे में मौत हो गई थी. उसकी मौत के सदमे से अब तक परिवार वाले उबर नहीं पाएं हैं. भाई की आत्मा की शांति के लिए बहन सहित परिवार के अन्य सदस्यों के द्वारा इस लॉकडाउन की संकट की घड़ी में जरूरतमंदों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है.
कोरोना संकटः तरीके अलग-अलग लेकिन मकसद एक, भाई की याद में बहन दान कर रही राहत सामग्री - Distribution of relief material among the needy in giridh
गिरिडीह में भाई की याद में एक बहन लॉकडाउन में जरूरतमंदों के बीच राहत सामग्री का वितरण कर रही है. उसके भाई की दो साल पहले एक हादसे में मौत हो गई थी.

ये भी पढ़ें-रांची के हिंदपीढ़ी के बाद कांटाटोली में मिला कोरोना पॉजिटिव मरीज, पिता का श्राद्धकर्म कर बंगाल से लौटा था युवक
अलग-अलग तरीके से सहयोग में जुटे हैं लोग
देश भर में फैले वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के दौरान हर कोई अपने स्तर से जरूरतमंदों का सहयोग कर रहा है. बगोदर में एक परिवार ऐसा है, जो अपने परिवार के सदस्य की स्मृति में जरूरतमंदों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण कर रहा है. बगोदर के एक व्यवसायी सुरेश विश्वकर्मा उर्फ बाबू के परिजनों के द्वारा जरूरतमंदों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया जा रहा है. सुरेश विश्वकर्मा के पुत्र की मौत दो साल पूर्व हो गयी थी. उसी की स्मृति में गरीबों के बीच इस लॉकडाउन में राशन साम्रगी का वितरण किया जा रहा है. जिसके तहत करीब 40 परिवारों के बीच राशन का वितरण किया जा चुका है. इस बाबत सुरेश विश्वकर्मा ने बताया कि इस लॉकडाउन में सक्षम परिवार अपना गुजारा कर लेता है, लेकिन ऐसे कई गरीब परिवार हैं, जिनके समक्ष भोजन की समस्या हो जाती है. ऐसे में इन परिवार के बीच एक छोटा सा सहयोग किया जा रहा है .