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पंचायत चुनाव मतगणना: गिरिडीह में पहले दिन की मतों की गिनती खत्म, 14 पंचायतों की काउंटिंग पूरी

गिरिडीह में पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतगणना विवादों में घिर गया है. पाण्डेयडीह पंचायत से मुखिया उम्मीदवार ने बोगस वोटिंग का आरोप लगाते हुए पुन: मतगणना कराने की मांग की है.

पंचायत चुनाव मतगणना
पंचायत चुनाव मतगणना

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Published : May 18, 2022, 6:45 AM IST

Updated : May 18, 2022, 7:50 AM IST

गिरिडीह: पंचायत चुनाव के पहले चरण के मतगणना का पहला दिन समाप्त हो गया. कल सुबह (17 मई 2022 ) आठ बजे से शुरू हुई वोटों की गिनती रात 9 बजे तक चलती रही. पहले दिन की गिनती पूरी होने के बाद जो रिजल्ट सामने आया है उसके अनुसार तीनों प्रखंडों को मिलाकर 14 पंचायतों के मतों की गिनती पूरी की गई है और उनके परिणाम सामने आए हैं. गिरिडीह के छह पंचायत, जमुआ के पांच एवं गांडेय के पांच पंचायतों का परिणाम तैयार हो चुके हैं. लेकिन आधिकारिक रूप से घोषणा नहीं होने के कारण आंकड़े स्पष्ट नहीं हो पाए हैं. मतगणना के बाद जिन पंचायतों का परिणाम घोषित हुआ एवं जिन विजय प्रत्याशियों को जीत का प्रमाण पत्र मिल गया उनके उनके समर्थकों में खुशी का माहौल देखा गया.

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बैलेट पेपर में गड़बड़ी का आरोप: पहले दिन के मतगणना के दौरान जमुआ प्रखंड के पाण्डेयडीह पंचायत से मुखिया पद के वोटों की गिनती के दौरान कुछ विवाद सामने आया है. पाण्डेयडीह पंचायत से मुखिया उम्मीदवार सुमा देवी के पुत्र ने बोगस वोटिंग का आरोप लगाया है और चुनाव अधिकारियों से गिनती को रद्द करने की मांग की. सुमा देवी के पुत्र सह निर्वाचन अभिकर्ता पवन कुमार साहू ने बताया कि गिनती के दौरान बूथ संख्या पांच का मतपेटी खुलने पर उसमें 30-40 की संख्या बैलेट पेपर के पीछे एक व्यक्ति का नाम लिखा हुआ या हस्ताक्षर किया हुआ है. आरोप है कि वैलेट पेपर के पीछे किसी एक व्यक्ति का सिग्नेचर किया जाना गड़बड़ी को दर्शाता है और बोगस वोटिंग की तरफ इशारा करता है. उन्होंने कहा कि वैलेट पेपर पर सामने पोलिंग ऑफिसर का साइन होना अलग बात है मगर वैलेट पेपर के पीछे एक ही व्यक्ति का साइन कैसे किया गया है.

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काउंटिंग रोकने की मांग: मुखिया उम्मीदवार सुमा देवी के पुत्र ने बताया कि जबसे उन्हें इस बात का पता चला है तब से वह लगातार अधिकारियों से गिनती को रोक कर जांच की मांग कर रहे हैं. लेकिन किसी भी अधिकारी ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया और उनके प्रतिद्वंदी चमेली देवी को 24 मतों से विजय घोषित कर दिया गया. उन्होंने इस संबंध में डीसी, एसडीएम एवं जमुआ प्रखंड के आरओ को आवेदन देकर गिनती को रद्द कर मामले की जांच कर पुनः मतगणना की मांग की है. उन्होंने संदेह जताते हुए कहा कि जिन वैलेट पेपर में संजीत नाम का साइन किया हुआ है संभवतः वह बोगस वोटिंग किया गया है, जिस कारण सुमा देवी की हार हुई है. आरओ ने स्वीकारी आवेदन मिलने की बात: जमुआ के सीओ सह आरओ ने इस मामले को लेकर आवेदन स्वीकार करने की बात कही. उन्होंने भी गिनती को रद्द करने या रिकॉउंटिंग के बारे में कुछ बताने से मना कर दिया.

Last Updated : May 18, 2022, 7:50 AM IST

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