गिरिडीह: सदर विधायक पर भू-माफिया का संरक्षण देने का आरोप, इसके बाद विधायक के बाबूलाल मरांडी को मानहानि का नोटिस देने के बाद अब गिरिडीह में जमीन का मामला और तूल पकड़ने लगा है. शुक्रवार को बाबूलाल के सबसे करीबी भाजपा नेता सुरेश साव ने प्रेस वार्ता कर सत्ता पक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाए. सुरेश ने सीधे तौर पर कहा कि सत्ता के समर्थन में भू माफिया आम लोगों को तंग तबाह कर रहे हैं. इस तरह के चार मामले अब तक सामने आ चुके हैं. जिसकी शिकायत लोगों ने सूबे के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी से की थी. इस पर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने पत्र भी राज्य मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रेषित किया है.
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क्या है पूरा मामला
सुरेश प्रेस वार्ता के दौरान जमबाद के सीताराम मरिक, विश्वासडीह के विवेक सिन्हा, तुरुकडीहा के कोलेश्वर हजाम, मंगरोडीह प्रदीप सिंह के साथ-साथ राजेंद्र नगर के राम सुरेश ओझा को सामने ले आए. इन लोगों ने प्रेस वार्ता में कहा कि उनकी जमीन पर व्यवसायी और भू माफिया नजर गड़ाए हुए हैं. यह सब सत्ता के संरक्षण में हो रहा है. यहां विवेक सिन्हा ने बताया कि उनकी जमीन पर एक राइस मिल के मालिक ने कब्जा कर लिया है. सीताराम मरिक ने बताया कि उनकी जमीन पर लौह फैक्ट्री के मालिक ने कब्जा कर रखा है. न्यायालय ने भी उनके पक्ष में फैसला दिया है लेकिन जमीन अभी भी फैक्ट्री मालिक के कब्जे में है. इसी तरह तुरुकडीहा के कोलेश्वर ने भी एक फैक्ट्री के मालिक पर जमीन कब्जा करने का आरोप लगाया है.
ट्रस्ट की जमीन पर कब्जा का प्रयास
इस दौरान भाजपा नेता विभाकर पांडेय व राम सुरेश ओझा ने बताया कि राजेंद्र नगर में भगवान राधाकृष्ण नाम पर जमीन है. इसपर भी भू माफिया कब्जा जमाने के प्रयास में हैं. जमीन पर कब्जे को लेकर रोज धमकी दी जा रही है.
मानहानि का नोटिस वापस लें विधायक
इस प्रेस वार्ता के दौरान सदर विधायक सुदिव्य कुमार की तरफ से बाबूलाल मरांडी को दिए गए मानहानि के नोटिस पर भी सुरेश साव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात की . उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी को आवेदक सुरेश गुप्ता ने जो आवेदन दिया था उसे ही मुख्यमंत्री हेमंत के पास अग्रसारित किया गया. इसे लेकर विधायक ने मानहानि का नोटिस दिया था. इसका जवाब विधायक के अधिवक्ता को दिया गया है और एक सप्ताह के अंदर नोटिस वापस लेने को कहा गया है.