बगोदर, गिरिडीह: बिहार पुलिस की गुंडागर्दी का मामला सामने आया है. पुलिस ने बगोदर सीएचसी के कर्मचारियों के साथ न सिर्फ दुर्व्यवहार किया बल्कि दो कर्मचारियों के साथ गाली- गलौज और मारपीट तक की गई (Bihar Police personnel beat up health workers ). बिहार पुलिस हत्याकांड के एक अभियुक्त को गिरफ्तार करने अस्पताल पहुंची थी. अभियुक्त के नहीं मिलने पर बिहार के चकाई थाने की पुलिस ने अस्पताल के दो कर्मचारियों के साथ मारपीट की.
ये भी पढ़ें:गिरिडीह: दिनदहाड़े हार्डवेयर दुकान में फायरिंग, दहशत का माहौल
बिहार पुलिस के मारपीट की घटना के विरोध में स्वास्थ्य कर्मचारी बुधवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. इससे स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. स्वास्थय कर्मचारियों के द्वारा दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई और सुरक्षा की मांग को लेकर अनिश्चतकालीन हड़ताल पर हैं. हड़ताली कर्मचारियों ने बुधवार को अस्पताल परिसर में ही धरना दिया और हड़ताल पर रहे. इस बीच उन्होंने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
इधर, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा विनय कुमार ने घटना को दुखद बताया है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ पुलिस इस तरह से जब व्यवहार करेगी तब काम करना मुश्किल होगा. भुक्तभोगी स्वास्थ्य कर्मचारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि मंगलवार को रात में दो वाहन पर सवार होकर कुछ लोग आए. इसमें दो व्यक्ति पुलिस की वर्दी में थे. पूछे जाने पर उनलोगों ने बताया कि वे जमुई जिले से यहां आए हुए हैं. एक स्टॉफ बिष्णु को गिरफ्तार करना है, उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज है. बिष्णु की जानकारी चाहिए. जितेंद्र ने बताया कि उन्हें बिष्णु के बारे में जानकारी नहीं है, इतना बोलते हीं पुलिसकर्मी उनके साथ मारपीट करने लगे. उन्होंने एक अन्य स्टॉफ के साथ भी मारपीट की. ड्रेसर राजन कुमार दास को भी गाड़ी में बैठाया एवं गेट के बाहर उतार दिया.
पूर्व विधायक ने व्यक्त की नाराजगी:इस घटना पर पूर्व विधायक नागेंद्र महतो ने नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि पुलिस का स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ मारपीट करना निंदनीय है. इस मामले को लेकर उन्होंने जिले के एसपी और डीसी से शिकायत कर दोषियों पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है.