गिरिडीह: गिरिडीह के पीरटांड़ क्षेत्र का नाम आते ही जेहन में नक्सलवाद की तस्वीर उभरने लगती है. उग्रवादियों के इस गढ़ में एक ऐसा गांव भी है जो समाज को अलग ही संदेश देता है. इस गांव के लोग प्रभु की भक्ति में लीन रहते है. हर वर्ग के लोग सुबह से रात तक प्रभु की भक्ति करते हैं. यहां लोगों का प्रिय भोजन शाकाहारी है. यहां शराबबंदी भी पूरी तरह से लागू है. यहां के लोग ना खुद शराब पीते हैं और ना ही गांव में किसी को पीने देते हैं.
प्रभु भक्ति में कटती है अंगैया गांव के लोगों की जिंदगी, शराब का सेवन है वर्जित
गिरिडीह का उग्रवाद प्रभावित पीरटांड़ का अंगैया गांव दशकों से आदर्श बना हुआ है. यहां के लोगों की जिंदगी प्रभु भक्ति में ही गुजरती है. शाकाहारी भोजन का सेवन करने वाले यहां के ग्रामीण नशा विरोधी हैं. यह एक ऐसा गांव है जहां पूरी तरह से शराबबंदी है.
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शराब बेचते पकड़ाया तो मिली सजा
वैसे तो नशा से लोगों को दूर रहने के लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाता है. लेकिन अंगैया में स्वतः शराबबंदी है. यहां शराब पीना ही जुर्म है. शराब पीने पर उसे सामाजिक दंड दी जाती है. ग्रामीण बताते हैं कि पिछले दिनों गांव का एक व्यक्ति चोरी छिपे शराब बेच रहा था. उस व्यक्ति का विरोध किया गया और अंततः उसने शराब बेचना बंद करवा दिया.