गिरिडीह : ऐसे तो कहा जाता है कि बच्चे तो भगवान का रूप होते हैं लेकिन इंसान के अंदर मानवता इस कदर मर चुकी है कि लोग बच्चे को भी अपनी दुश्मनी का शिकार बना लेते हैं. गैर तो गैर होते ही हैं अपने भी इसमें पीछे नहीं हैं. ना कोई दया और ना कोई ममता, जान के दुश्मन को बस मौके की तलाश रहती है. एक ऐसा ही वाकया जिले के देवरी थाना अंतर्गत घटित हुई है.
दरअसल, देवरी थाना क्षेत्र के मारुडीह गांव में एक16 माह के बच्चे को जहर देकर मौत के घाट उतार दिया गया, जबकि मासूम की हत्या का आरोप मृतक के बड़ी चाची पर लगा है. घटना के बाद बच्चे के शव को दफन भी कर दिया गया. घटना की सूचना पाकर शुक्रवार की रात पुलिस मौके पर पहुंची. इधर मृत बच्चे की मां पूजा देवी ने अपने बयान में बताया कि बुधवार की सुबह साढ़े दस बजे वो अपना बर्तन धो रही थी. इसी क्रम में बच्चे की चीखने की आवाज सुनाई दी. बच्चे की चीखने की आवाज सुनकर बच्चे के पास पहुंची तो देखा की उसकी गोतनी मालती देवी उसे ग्लास से पानी पिला रही थी.
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मुझे कुछ अनहोनी की अंशका हुई और जहर जैसा गंध महसूस हुआ तो मैंने पूछा कि बच्चे को क्या पिलाया तो मालती देवी ने बताया कि तुम्हारा बच्चा गिर गया था इसलिए रो रहा था. इस दौरान बच्चे को दूध पिलाया तो उल्टी कर दिया. इसके बाद अपनी सास को इसकी जानकारी दी.
जानकारी के बाद उसकी सास और पति उसे उपचार के लिए जमुआ ले गए, जहां से बेहतर उपचार के लिए बोकारो ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गयी.इस बावत देवरी के थाना प्रभारी उत्तम कुमार उपाध्याय ने बताया कि बच्चे को जहर देने की शकायत मिली है. मृत बच्चे के परिजनों से पूछताछ कर मामले की जांच की जा रही है.