दुमका: शहर के मयूराक्षी नदी के तट पर 130 वर्षों से आयोजित हो रहा राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव की शुरुआत 7 फरवरी हो रही है. इस मेले की शुरुआत अंग्रेजी शासन काल में संथालपरगना के उपायुक्त कास्टेयर्स ने की थी. यह आयोजन 7 से 14 फरवरी तक आयोजित होगा. महोत्सव की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है.
संथालपरगना वासियों के लिए एक महापर्व की तरह है आयोजन
प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव को संथालपरगना की जनता खासतौर पर जनजातीय समाज के लोगों के लिए यह एक पर्व की तरह है. इसका इंतजार पूरे वर्ष किया जाता है. इसमें आदिवासी संस्कृति से जुड़ी तमाम गतिविधियों का प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया जाता है. कई सरकारी विभागों की प्रदर्शनी लगती है. जिसमें सरकारी योजनाओं की झांकियां होती है.