दुमका: पिछले वर्ष 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में दुमका सीट से हेमंत सोरेन विजयी हुए थे. लेकिन बाद में उन्होंने दुमका सीट को छोड़ दिया. चुनाव आयोग की गाइडलाइन के अनुसार, 6 माह में रिक्त हुए सीट पर उपचुनाव हो जाना है, यह तिथि नजदीक आ रही है. इसे देखते हुए राजनीतिक दल और जिला प्रशासन पूरी तरह से चुनाव के लिए तैयार हैं. दुमका सीट के लिए इस उपचुनाव में झामुमो की ओर से सीएम हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन के प्रत्याशी बनने की संभावना है, जबकि भाजपा की ओर से रघुवर सरकार में कल्याण मंत्री रही लुईस मरांडी मैदान में उतर सकती हैं.
दुमका उपचुनाव को लेकर बढ़ी सरगर्मी, JMM और BJP से ये ठोक सकते हैं ताल
दुमका उपचुनाव को लेकर अब राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है. बता दें कि चुनाव आयोग की गाइडलाइन के अनुसार, 6 माह में रिक्त हुए सीट पर उपचुनाव हो जाना है, यह तिथि नजदीक आ रही है. इसे देखते हुए राजनीतिक दल और जिला प्रशासन पूरी तरह से चुनाव के लिए तैयार हैं.
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भाजपा जिलाध्यक्ष ने किया जीत का दावा
इधर, भारतीय जनता पार्टी के दुमका जिलाध्यक्ष निवास मंडल कहा कि चुनाव के लिए वे भी पूरी तरह से तैयार हैं, क्योंकि वे जनता के बीच में हैं. उन्होंने कहा कि कोविड-19 क्राइसिस में जनता के लिए काफी काम किया है. उन्होंने कहा कि उनकी जीत पक्की है. लुईस मरांडी के प्रत्याशी होने के सवाल पर वे कहते हैं इसका फैसला पार्टी आलाकमान के हाथों में है.
जिला प्रशासन की भी तैयारी लगभग पूरी
दुमका उपचुनाव के संबंध में उपायुक्त राजेश्वरी बी कहा कि उनकी तैयारी पूरी है. एक ही विधानसभा सीट पर चुनाव होने हैं. उन्होंने कहा कि करोना संक्रमण का जो दौर है, इस वजह से चुनाव में थोड़ी देरी हुई. हालांकि जब भी ईसीआई का आदेश होगा वे चुनाव करा लेंगे.
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चुनाव आयोग की ओर टिकी निगाहें
मतलब साफ है कि दुमका उपचुनाव को लेकर एक तरफ राजनीतिक दल तैयार है, तो दूसरी ओर जिला प्रशासन. बस सभी की निगाह टिकी है चुनाव आयोग की ओर.