दुमका: जिले में संक्रमितों की संख्या 1 हजार पार कर चुकी है, जबकि लगभग 30 लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में इस पर काबू पाना काफी आवश्यक है. प्रशासनिक अधिकारी अपने स्तर पर कार्य कर रहे हैं लेकिन जो जनप्रतिनिधि हैं, उनकी भूमिका भी काफी अहम हो जाती है. खास तौर पर जो सांसद हैं या फिर विधायक है उनसे लोगों को यह उम्मीद रहती है कि वे इस विपदा की घड़ी में हमारा साथ देंगे.
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दुमका में हैं भाजपा के सांसद
दुमका के सांसद सुनील सोरेन भाजपा के हैं, जबकि जिले की 4 विधानसभा सीट पर सत्तारूढ़ दलों का कब्जा है. यहां के जामा, शिकारीपाड़ा और दुमका में झामुमो के विधायक हैं तो जरमुंडी में कांग्रेस विधायक बादल पत्रलेख, कृषि मंत्री भी है, जबकि दुमका के विधायक बसंत सोरेन सीएम के भाई और जामा विधायक सीता सोरेन सीएम की भाभी हैं. शिकारीपाड़ा विधायक नलिन सोरेन का दायित्व इसलिए अधिक हैं क्योंकि वे यहां से लगातार सात बार से जीत रहे हैं. कुल मिलाकर कहा जाए तो यहां के विधायक और सांसद अगर चाहें तो काफी बेहतर कार्य इस कोरोना संकट के दौर में कर सकते हैं.
लोगों की हरसंभव मदद करें
दुमका के कई लोगों ने लोगों ने एक स्वर में कहा कि यहां के जो जनप्रतिनिधि हैं वे इस कोरोना संकट में जरूरतमंदों और सरकार-प्रशासन के बीच सेतु का काम करें. जो संक्रमित हैं, बीमार हैं उनके लिए ऑक्सीजन, दवा और अन्य सभी व्यवस्था करें. इसके साथ ही अभी जो लॉकडाउन लगा है उसमें काफी लोग ऐसे हैं जो बेरोजगार हो चुके हैं. उन्हें क्या आवश्यकता है, उनके घर भोजन है कि नहीं, इस पर निगरानी रखें. इसके साथ ही लोगों ने कहा कि एमपी-एमएलए अपना फोन नंबर जारी करें ताकि लोग उनको अपनी समस्या बता सकें. वे प्रशासन से सारी व्यवस्थाएं मुक्कमल कराएं.