दुमका: झारखंड एकेडमिक काउंसिल के इंटर साइंस का टॉपर राधेश्याम साहा शिक्षक बनना चाहते हैं, ताकि वो गरीब और जरूरतमंद बच्चों को पढ़ा सकें. राधेश्याम ने मंगलवार को जैक द्वारा जारी इंटर साइंस की परीक्षा में 449 अंक लाकर पूरे राज्य में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है.
दुमका: राधेश्याम की कामयाबी पर पिता के छलक पड़े आंसू, रोकर बताया किन हालातों में कराई बेटे की पढ़ाई - Jharkhand Academic Council
पाकुड़ जिले के महेशपुर प्रखण्ड के छोटे से गांव शहरपुर का निवासी राधेश्याम साहा टॉपर बनने के बाद काफी खुश हैं. वो दुमका के रसिकपुर इलाके में एक लॉज में अपने भाई श्यामसुंदर के साथ रहकर पढ़ाई करते हैं. राधेश्याम साहा ने बताया कि वो जिस स्कूल के स्टूडेंट है, उस स्कूल में साइंस के टीचर नहीं थे. इसलिए उन्हें दुमका आकर तैयारी करनी पड़ी.
पाकुड़ जिले के महेशपुर प्रखण्ड के छोटे से गांव शहरपुर का निवासी राधेश्याम साहा टॉपर बनने के बाद काफी खुश हैं. वो दुमका के रसिकपुर इलाके में एक लॉज में अपने भाई श्यामसुंदर के साथ रहकर पढ़ाई करते हैं. राधेश्याम साहा ने बताया कि वो जिस स्कूल के स्टूडेंट है, उस स्कूल में साइंस के टीचर नहीं थे. इसलिए उन्हें दुमका आकर तैयारी करनी पड़ी.
राधेश्याम साहा अपनी आगे की पढ़ाई पूरी कर शिक्षक बनना चाहते हैं, ताकि पाकुड़ जिला जो शिक्षा के मामले में पिछड़ा है उसे आगे बढ़ा सकें. राधेश्याम साहा ने बताया कि उनके पिता का नाम रतन साहा और मां का नाम संध्यावती देवी है. पिता गांव में ही अनाज खरीद बिक्री का व्यवसाय करते हैं, जबकि माता गृहणी हैं. राधेश्याम की सफलता से उसके बड़े भाई श्यामसुंदर काफी खुश हैं.