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कोल्ड स्टोरेज नहीं रहने से किसान परेशान, विभाग को नहीं है इसकी खबर

कृषि मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में सालों से कोल्ड स्टोरेज अधूरा पड़ा है. जिसके कारण किसानों को औने-पौने दामों में फल और सब्जी बेचने को मजबूर है. झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख का कहना है कि आने वाले समय में राज्य के सभी कोल्ड स्टोरेजों को चालू कर दिया जाएगा.

no cold storage in dumka
कोल्ड स्टोरेज

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Published : Jul 9, 2020, 6:01 PM IST

दुमकाः जिले के जरमुंडी प्रखंड के किसानों की फसल को संरक्षित करने के उद्देश्य से जरमुंडी प्रखंड के सहारा गांव के पास में लगभग 10 वर्ष से निर्माणाधीन कोल्ड स्टोरेज अब तक अधूरा पड़ा है. जिनके कारण यहां के किसानों की फसल बर्बाद हो रही है और किसान अपनी फसलों को औने-पौने दामों पर बेचने को मजबूर हो रहे हैं.

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किसानों ने बताया कि अगर कोल्ड स्टोरेज बनकर तैयार हो जाता तो यहां के किसानों द्वारा उपजाई कच्ची फसलों को शीतगृह में रखकर फिर से बाजार में अच्छी कीमत पर बेचा जा सकता था, लेकिन ऐसा नहीं कर पा रहे हैं और किसान परेशान हैं. वहीं इजराइल जाकर प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके जरमुंडी प्रखंड के प्रगतिशील किसान सह जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश मंडल ने बताया कि कोल्ड स्टोरेज का निर्माण नहीं होने से यहां के किसानों की फसल नष्ट हो रही है और उन्हें अपनी फसलों को कम कीमत में बेचना पड़ रहा है.

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वहीं, झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख का कहना है कि आने वाले समय में राज्य के सभी कोल्ड स्टोरेजों को चालू कर दिया जाएगा. कृषि मंत्री ने अधूरे पड़े कोल्ड स्टोरेज के अब तक निर्माण नहीं होने के कारणों की जांच का भरोसा दिलाया और कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने झारखंड राज्य की व्यवस्था को वेपटरी कर दिया है, अब हेमंत सोरेन की सरकार सभी व्यवस्था को पटरी पर लाने और सुचारू रूप से चलाने की व्यवस्था कर रही है. जिले के जरमुंडी प्रखंड के सहारा गांव के पास बरसों से अधूरे पड़े कोल्ड स्टोरेज कोल्ड स्टोरेज के बारे में विभाग को और विभागीय मंत्री को भी जानकारी नहीं है कि क्यों भवन अब तक अधूरा है. जरमुंडी प्रखंड के किसान कोल्ड स्टोरेज नहीं रहने से है परेशान है. जिसके कारण उन्हें अपने फलों और सब्जियों को औने-पौने दामों में बेचने को मजबूर हैं.

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