दुमका: कोरोना वायरस से संक्रमित के इलाज में वेंटिलेटर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इस संबंध में कुछ दिन पहले ईटीवी भारत ने यह मामला प्रकाश में लाया था कि दुमका मेडिकल कॉलेज में दो वेंटिलेटर खरीदा तो गया, लेकिन टेक्नीशियन के अभाव में यह आज तक चालू ही नहीं हुआ.
डीएमसीएच के आईसीयू में यह कबाड़ की तरह फेंका हुआ है. जिला प्रशासन ने इस पर संज्ञान लिया है. इसे चालू करने की कवायद शुरू हो गई है. दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी ने यह जानकारी दी है कि वेंटिलेटर को चलाने के लिए एनेस्थेटिक का होना जरूरी है.