दुमका: जिले का जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र अनारक्षित सीट है. इसमें तीन प्रखंड है. जरमुंडी, सारवां और सोनारायठाड़ी. इसमें दो प्रखंड सारवां और सोनारायठाड़ी देवघर जिले के अंतर्गत आता है. एक खास बात और यह है कि यह विधानसभा गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में आता है. यहां वोटरों की कुल संख्या 2 लाख 23 हजार है. जिसमें पुरूष वोटर 1 लाख 17 हजार 357 और महिला वोटर 1 लाख 05 हजार 737 है.
प्रसिद्ध तीर्थस्थलबासुकीनाथ इसी क्षेत्र में है
जरमुंडी विधानसभा में प्रसिद्ध तीर्थस्थल बासुकीनाथ धाम है. झारखंड सरकार ने इसे अपने पर्यटन स्थल के शीर्ष क्रम में रखा है. वैसे तो यहां दूर-दराज के श्रद्धालु प्रतिदिन आते हैं, लेकिन श्रावणी मेले के दौरान एक महीने में लाखों शिवभक्त गंगाजल लेकर आते हैं और भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं.
सब्जी उत्पादन में है अग्रणी
जरमुंडी विधानसभा के तीन प्रखंड जरमुंडी, सारवां और सोनारायठाड़ी में कृषि कार्य काफी बेहतर होता है. खासतौर पर सब्जी की खेती में यह अग्रणी है, लेकिन यह सब किसानों की अपनी व्यवस्था से संभव है. इस क्षेत्र में कई छोटी नदियां है जैसे मोतिहारा, धोवैय, टेपरा और अजय नदी है. लेकिन इन नदियों में सालों भर पानी नहीं रहता. जिससे किसानों को काफी परेशानी होती है, लेकिन कुआं, तालाब या अन्य संसाधनों से किसान खेती करते हैं.
क्या कहते हैं प्रगतिशील किसान
इस संबंध में प्रगतिशील किसान के रूप में चिन्हित किसान जिन्हें सरकार ने इजरायल भेजा था. उनका कहना है कि जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र के किसान काफी मेहनती है, लेकिन उनके पास संसाधनों का अभाव है. यहां न सिंचाई की सुविधा है न कोल्ड स्टोरेज और न ही फूड प्रोसेसिंग प्लांट. अगर इस तरह की सुविधा किसानों को उपलब्ध कराई जाए तो कृषि कार्य काफी बेहतर होगा.
आईये जानते हैं राजनीतिक स्थिति
जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र अनारक्षित सीट है. वर्तमान में यहां के विधायक कांग्रेस के बादल पत्रलेख हैं. यह विधानसभा क्षेत्र गोड्डा लोकसभा का अंग है. जहां से लगातार 3 बार से भाजपा के निशिकांत दुबे सांसद बन रहे हैं, लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि झारखंड राज्य निर्माण के बाद हुए तीन चुनाव 2005, 2009 और 2014 में यहां से भाजपा जीत नहीं पाई.