झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / city

दुमका: लगातार बारिश से कुपोषण उपचार केंद्र का हाल बदहाल, मरीज के साथ कर्मी परेशान

इन दिनों लगातार बारिश हो रही है और बारिश का पानी दुमका के कुपोषण उपचार केंद्र में जमा हो जाता है. ऐसे में मरीजों के साथ-साथ उनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामनैा करना पड़ रहा है. उनकी मांग है कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान हो या फिर इस अस्पताल को कहीं दूसरी जगह शिफ्ट कराया जाए.

malnutrition-treatment-center
डिजाइन इमेज

By

Published : Oct 8, 2020, 8:17 PM IST

दुमका: दुमका में कुपोषित बच्चों के इलाज के लिए कुपोषण उपचार केंद्र में भर्ती कराया जाता है. लेकिन इन दिनों लगातार बारिश हो रही है और बारिश का पानी कुपोषण उपचार केंद्र में जमा हो जाता है. ऐसे में बच्चों का इलाज होगा या वे और बीमार पड़ जायेंगे यह साफ समझा जा सकता है. थोड़ी बारिश हुई कि अस्पताल के बाहर से लेकर अंदर तक पानी भर जाता है. यहां तक की जिस कमरे में बच्चों का बेड है वहां भी एक फीट तक पानी जमा हो जाता है. जाहिर है कि इससे बच्चों के साथ साथ उनकी मां या अन्य अभिभावक भी परेशान रहते हैं. इतना ही नहीं अस्पताल के कर्मी भी कहते हैं हमें इस बदहाल व्यवस्था से बच्चों के इलाज में काफी समस्या आती है.

देखें पूरी खबर
क्या कहती है बीमार बच्चों की मांइस अस्पताल में अभी लगभग एक दर्जन बच्चे इलाजरत हैं. पिछले एक महीने से लगभग रोज बारिश होता है और अस्पताल में पानी जमा हो जाता है. इससे बीमार बच्चों की मां काफी परेशान है. उनका कहना है कि बारिश जब होती है तो हम लोग को काफी समस्या होती है. हमारे बच्चे जो यहां ठीक होने आए हैं ऐसे माहौल में वे कैसे ठीक होंगे. वह कहती है कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान हो या फिर इस अस्पताल को कहीं दूसरी जगह शिफ्ट कराया जाए.

ये भी पढ़ें-सिदो-कान्हू के वंशज इलाज के लिए मांग रहे चंदा, सीता सोरेन के ट्वीट के स्वास्थ्य मंत्री ने दिया दिल्ली में इलाज का निर्देश



क्या कहती है स्वास्थ्यकर्मी
अस्पताल में पानी जमा होने से अस्पताल के कर्मी भी परेशान है. उनका कहना है कि यहां बच्चे इलाज कराने आए हैं लेकिन ऐसी स्थिति में तो वह और भी बीमार पड़ जाएंगे. आखिरकार पानी इतना जमा रहता है कि हमें बच्चों को दवा या अन्य जरूरत के सामान देने में समस्या होती है. उन्होंने बताया कि हमने इसकी सूचना अपने वरीय अधिकारियों को दी है. जलजमाव कई बीमारियों का बड़ा कारण है. अगर यह समस्या बच्चों के अस्पताल में रहे तो फिर उनका इलाज कैसे होगा, स्वास्थय विभाग को अविलंब इस दिशा में कार्रवाई करने की जरूरत है.

For All Latest Updates

TAGGED:

ABOUT THE AUTHOR

...view details