झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / city

दुमका: सावन की दूसरी सोमवारी पर बासुकीनाथ मंदिर है सुना-सुना, लोगों के चेहरे पर छाई है मायूसी - दुमका का बाबा बासुकीनाथ धाम मंदिर

विश्व प्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ धाम मंदिर में श्रावण माह की दूसरी सोमवारी को भी सन्नाटा पसरा हुआ है. कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते लगाए गए लॉकडाउन से मंदिर बंद रहने के कारण श्रद्धालु बासुकीनाथ धाम नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिसके कारण स्थानीय दुकानदारों में मायूसी छाई है. पंडा समाज सरकारी आदेश का अनुपालन करते हुए बाबा बासुकीनाथ की पूजा अर्चना का ऑनलाइन दर्शन श्रद्धालुओं को करा रहें है.

Basukinath temple silent due to corona on second somwari of Sawan in dumka
बाबा बासुकीनाथ धाम मंदिर

By

Published : Jul 13, 2020, 2:15 PM IST

दुमका: श्रावण माह की दूसरी सोमवारी को बासुकीनाथ धाम में सन्नाटा पसरा हुआ है. कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते लगाए गए लॉकडाउन से मंदिर बंद रहने के कारण श्रद्धालु बासुकीनाथ धाम नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिसके कारण स्थानीय दुकानदारों में मायूसी छाई हुई है. पंडा समाज सरकारी आदेश का अनुपालन करते हुए बाबा बासुकीनाथ की पूजा-अर्चना का ऑनलाइन दर्शन कराने में सहयोग कर रहे हैं.

देखें पूरी खबर

श्रद्धालु श्रावण माह में बाबा बासुकीनाथ पूजा नहीं कर पाने से आहत हैं. वही पुलिस-प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रही है. मंदिर के सभी प्रवेश द्वार पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई. इसके साथ ही चारों दरवाजे बंद कर दिया गया है. वही मंदिर के सरकारी पुजारी सदाशिव पंडा ने कहा कि ऐसा नजारा हमारे पूर्वजों ने भी बासुकीनाथ में नहीं देखा होगा. श्रावणी मेला बंद और मंदिर पूर्णरूपेण बंद लोग इससे बहुत ज्यादा आहत हैं. वहीं पंडा धर्मराक्षणी सभा के अध्यक्ष मनोज पंडा ने कहा कि सावन सोमवारी पूजा का विशेष महत्व है जो भी भक्त सावन में बाबा का पूजा करते हैं. उसे मनवांछित फल मिलता है.

ये भी देखें-खेत से मिला सिक्कों से भरा घड़ा, प्राचीन काल के हैं सिक्के, जांच में जुटी पुलिस

बाबा बासुकीनाथ धाम मंदिर में कोरोना वायरस के कारण बिल्कुल बंद है. सावन की दूसरी सोमवारी को आज दूर-दूर तक श्रद्धालु नजर नहीं आ रहे हैं. प्रशासन का पहरा लगा हुआ है. किसी को भी मंदिर के आसपास भटकने नहीं दिया जा रहा है. सावन सोमवारी को बाबा बासुकीनाथ में लगभग लाखों कांवरिया जल अर्पण करते थे लेकिन इस बार श्रद्धालुओं की मंशा अधूरी रह गई और कोरोना के कारण मंदिर बिल्कुल बंद कर दिया गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details