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ATM के उपयोग पर बैंक वसूलता है तरह-तरह का चार्ज, सुविधा के नाम मिलता है NO CASH

एटीएम का एक रोचक किस्सा है. बात अब से कोई पचास साल पहले की है. जॉन शेफर्ड बैरन, जो कि एक स्कॉटिया आविष्कारक थे. उनको ख्याल आया कि वेडिंग मशीन से अगर चॉकलेट बाहर निकल सकता है तो नकद राशि क्यों नहीं ? फिर क्या था बना डाली एटीएम मशीन. आज हर कोई एटीएम का उपयोग कर समय बचा रहा, लेकिन इसी एटीएम के चक्कर में कई बार लोग परेशान हो जाते हैं. एटीएम में आ रही परेशानी को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने दुमका शहर की पड़ताल की.

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Published : Dec 6, 2020, 5:34 AM IST

दुमका: आज के भागमभाग और व्यस्त जीवन में पैसों के लेनदेन के लिए एटीएम सेवा काफी महत्वपूर्ण हो गया है. लोगों के पास इतना वक्त नहीं की वह बैंक में जाकर पैसों का लेनदेन करें. इसके साथ ही साथ काफी संख्या में ऐसे भी लोग हैं, जो ऑनलाइन बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग समझ नहीं पाते और इससे दूर रहते हैं. उनके लिए एटीएम की सुविधा काफी जरूरी हो जाता है.

देखिए पूरी खबर

दुमका में है 89 एटीएम

वर्तमान समय में दुमका में 89 एटीएम है, जिसमें अकेले एसबीआई के 52 और 37 अन्य राष्ट्रीयकृत और निजी बैंकों के हैं. बैंक अपने एटीएम धारकों से सालाना एक सौ से दो सौ रुपये फीस वसूल करता है. इसके साथ ही महीने में प्रत्येक 5 ट्रांजैक्शन के बाद एटीएम यूज करने पर 24 रुपये प्रति सर्विस देना पड़ता है. चाहे आप रुपये निकाले या बैलेंस ही क्यों न चेक करें. इसके बावजूद दुमका में ग्राहकों को एटीएम से जो पर्याप्त सुविधा मिलनी चाहिए वह नहीं मिल रही है. अधिकांश समय कोई ना कोई परेशानी लगी रहती है, जिससे उपभोक्ताओं में नाराजगी देखी जाती है.

ग्राहकों को झेलनी पड़ती है परेशानी

एटीएम में अक्सर कैश का अभाव रहता है. खासतौर पर अगर बैंक में एक-दो दिनों की छुट्टी है तो रुपये प्राप्त करने का एटीएम सहारा होता है, लेकिन इस महत्वपूर्ण मौकों पर लगभग हर बार अधिकांश एटीएम में कैश समाप्त हो जाता है और एटीएम के बाहर NO CASH का बोर्ड लटक जाता है या फिर एटीएम का शटर गिर जाता है. अब लोग न बैंक से रुपए निकाल पाते हैं और न ही एटीएम से. ऐसे में लोगों को समझ में नहीं आता कि रुपए का जुगाड़ कहां से करें. इसके साथ ही दूसरी समस्या यह होती है कि एटीएम में सभी तरह के करेंसी नहीं रहती. कभी सिर्फ 2000 की रहती है तो अभी सिर्फ 500 के ही. अगर किसी व्यक्ति को कम पैसे निकालने हो तो यह संभव नहीं हो पाता.

क्या कहते हैं ग्राहक

एटीएम के पास कुछ ग्राहकों से ईटीवी भारत की टीम ने बात की. उन्होंने इसकी कई खामियां गिनाई. उन्होंने बताया कि अक्सर दुमका के एटीएम में पैसे नहीं रहते जिस से काफी परेशानी होती है. बैंक के द्वारा यह सुविधा दिया गया है, लेकिन जब इसका इस्तेमाल करने जाते हैं तो यह उपलब्ध नहीं होता. इसके साथ ही साथ छोटे नोट नहीं रहने से ही ग्राहक परेशान नजर आते हैं.

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क्या कहते हैं एलडीएम

बैंकों के एटीएम द्वारा ग्राहकों को पर्याप्त सुविधा नहीं मिलने के मामले में हमने दुमका के एलडीएम से बात की. उन्होंने बताया कि ग्राहकों को हो रही परेशानी को लेकर वे सभी बैंकों को पत्र लिखेंगे कि इस दिशा में विशेष ध्यान दिया जाए. उन्होंने बताया कि दुमका के सभी 89 एटीएम रखरखाव के मामले में अपटूडेट हैं. सभी में नये मशीन हैं, जिसे हैंडल करने में कोई परेशानी नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि अगर एटीएम से संबंधित कोई परेशानी है तो एटीएम में ही एक टोल फ्री नंबर रहता है उसमें अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. इसके साथ ही साथ बैंक के अधिकारी का मोबाइल नंबर रहता है उसमें भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

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