धनबाद: जिले के बेलगड़िया टाउनशिप में बंगाल के फंसे सैकड़ों मजदूरों की भूख को मिटाने में पुलिस की मदद नाकाफी साबित हो रही. स्थानीय पुलिस मजदूरों के बीच खाना खिलाने की बात तो कहती है, लेकिन मजदूर फिर भी भूखे हैं. बेलगड़िया में बसे लोग इनकी मदद के लिए 30 से 40 पैकेट खाना लाकर दे रही है, लेकिन वह भी पूरा नहीं हो पा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों को सूचना दी जा गई है. अब तक कोई पहल नहीं की जा सकी है.
बेलगाड़िया टाउनशिप में सैकड़ों मजदूर लॉकडाउन के बाद फंसे हुए हैं. इनमें ज्यादातर मजदूर पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के रहने वाले हैं. मजदूरों की संख्या करीब डेढ़ सौ के आसपास है. बेलगड़िया में बसे लोगों द्वारा इनके लिए लगातार पहल की जा रही है, लेकिन वह फिर भी इन मजदूरों की भूख मिटाने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं. इन मजदूरों में ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं. इन महिलाओं के छोटे-छोटे बच्चे भी इसका शिकार हो रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि पिछले कई दिनों से खाने के लिए उन्हें कुछ भी नसीब नहीं हो पा रहा है. महिला मजदूरों ने भी अपनी व्यथा सुनाई.
वहीं, बेलगड़िया टाउनशिप में बसे लोग जो इनके लिए मदद के लिए लगातार प्रयास में जुटे हैं. उनका कहना है कि हम लोग किसी तरह 30-40 पैकेट खाना जुगाड़ कर यहां लाकर बांटते हैं, लेकिन वह खाना इन मजदूरों के लिए पूरा नहीं हो पाता है. उन्होंने कहा कि काम धंधा बंद होने के कारण बेलगड़िया में रह रहे लोगों की स्थिति वैसे ही खराब है. ऊपर से करीब डेढ़ सौ मजदूर के समक्ष भी खाने के लिए लाले पड़े हैं.