धनबाद: कोरोना के इलाज के लिए देश और दुनियाभर में शोध किए जा रहे हैं. संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग समेत अन्य नियमों का अनुपालन किया जा रहा है. लेकिन ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं में कोरोना को लेकर अंधविश्वास बढ़ता जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं इसे दैवीय प्रकोप मानकर पूजा-पाठ में जुट गई हैं.
35-40 महिला जुटकर करने लगीं पूजाबता दें कि लोदना के जोड़िया किनारे 35-40 महिलाओं ने कोरोना को दैवीय प्रकोप मानकर पूजा अर्चना की. पूजा-अर्चना के बाद जोड़िया के किनारे गड्ढा खोदकर उसमें पूजा किए गए सामग्रियों को डालकर भर दिया गया.
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दैवीय प्रकोप समझ पूजा-पाठ
पूजा कर रही महिलाओं का मानना है कि कोरोना एक दैवीय प्रकोप है. पूजा पाठ करने से पूरे देश को इससे मुक्ति मिल जाएगी. महिलाओं ने वायरल एक वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में एक महिला घास काट रही थी, इस दौरान एक गाय आकर खड़ा हो गई. देखते ही देखते वह गाय महिला का रुप धारण कर ली. घास कटने वाली महिला डर गई, लेकिन उसे समझाया कि डरो नहीं, हम कोरोना माता है. पूजा पाठ, प्रचार प्रसार करो सब ठीक हो जाएगा.
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जागरूक करने की जरूरत
सोशल मीडिया का जिस तरह से दुरुपयोग हो रहा है, उससे महिलाओं में अंधविश्वास बढ़ रहा है. ऐसे में इन्हें जागरूक करने की जरूरत है.