धनबाद: पीएमसीएच में दो दिनों से इलाजरत विवाहिता की मौत हो गई. विवाहिता के मायकेवालों ने पति के खिलाफ जबरन जहर पिलाकर जान मारने का आरोप लगाया है. विवाहिता का इलाज अस्पताल में चल रहा है इस बात की भी भनक मायकेवालों को नहीं लगने दी. पांच साल के बेटे ने पिता की ओर इशारा करते हुए मां का हत्यारा ठहराया है.
मां की मौत का बेटे ने खोला राज अक्सर करता था मारपीट
पांच साल पूर्व बलियापुर थाना क्षेत्र के चालधोवा की रहनेवाली पार्वती का विवाह ढांगी के रहनेवाले गोविंद गोराई के साथ हुआ था. शादी के बाद से ही गोविंद अपनी पत्नी को दहेज के लिए प्रताड़ित किया करता था. पति द्वारा पत्नी की हमेशा मारपीट की जाती थी. पति के द्वारा लड़ाई झगड़े किए जाने को लेकर कई बार पंचायत भी बैठी.
कई बार हुआ है सुलहनामा
मुखिया से लेकर गांव के बड़े बुजुर्गों ने बैठक कर सादे कागज पर लिखित रूप से पत्नी को ठीक ढंग से रखने की नसीहत भी दी. लेकिन मामला फिर भी नहीं सुलझ पाया. आखिर पत्नी पार्वती ने न्यायालय की भी शरण ली. न्यायालय में भी दोनों के बीच सुलहनामा हुआ. इसी 11 जून को गोविंद न्यायालय में सुलहनामा कर पत्नी को अपने घर ले गया था.
ससुरालवालों पर हत्या का आरोप
पार्वती देवी की मां रूपु देवी का कहना है कि उसकी बेटी अस्पताल में भर्ती है. इस बात की जानकारी ससुरालवालों के द्वारा नहीं दी गई. दूसरे लोगों से जानकारी मिलने के बाद जब अस्पताल पहुंची तो बेटी को मरा हुआ पाया. उन्होंने आरोप लगाया कि पति द्वारा बेटी को जबरन जहर पिलाया गया है. मां ने सवाल खड़ा किया कि जब मेरी बेटी खुद से जहर पी ली थी तो ससुरालवालों ने इस बात की आखिर जानकारी क्यों नहीं दी.
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जांच शुरु
पीएमसीएच में तैनात सरायढेला थाना की पुलिस के समक्ष पार्वती देवी ने बेटी की हत्या करने का आरोप उसके पति गोविंद के पर लगाया है. गोविंद का एक पांच साल का बेटा और तीन साल की बेटी भी है. पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान पांच साल के बेटे ने पिता की तरफ इशारा करते हुए मां की हत्या का दोषी ठहराया है. बच्चे का इशारा देख पुलिस ने गोविंद को तुरंत हिरासत में लेकर स्थानीय थाना को मामले की सूचना दी. फिलहाल पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच पड़ताल शुरु कर दी है.