धनबाद: कोयलांचल का सबसे बड़ा अस्पताल पीएमसीएच धनबाद का हाल बेहाल है. इस अस्पताल में हर दिन लगभग 2000 मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं. पिछले 2 दिनों से यहां पर खून के अभाव में दो महिलाओं की जान चली गई. जिसके बाद उस महिला को श्मशान भी नसीब नहीं हुआ.
जानकारी के अनुसार बरवाअड्डा इलाके के पिछड़े गांव की रहने वाली ज्योति देवी का प्रसव होने वाला था. जिसके लिए उसके परिजन उसे पीएमसीएच धनबाद लेकर आए थे. ऑपरेशन के बाद उसे मरा हुआ बच्चा पैदा हुआ. उसके बाद डॉक्टरों ने खून चढ़ाने की बात कही, लेकिन पीएमसीएच में खून उपलब्ध नहीं होने के कारण महिला की जान चली गई.
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उसके बाद ज्योति शव को उसके परिजन घर ले आए और श्मशान जाने की तैयारी करने लगे. लेकिन वो शव को श्मशान ले जाने से हिचकिचा रहे थे, क्योंकि पिछले 22 मई को ही गांव के ही एक वृद्ध की मौत होने पर शव को जलाने के लिए श्मशान ले जाया गया था. लेकिन शिवपूजन गोप नाम के जमीन मालिक ने वहां शव जलाने से मना कर दिया.
हालांकि मामला बढ़ने पर बरवाअड्डा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और उस समय शव को जलाने के लिए दे दिया गया था. जिसके बाद दोनों पक्षों के द्वारा थाने में लिखित शिकायत भी की गई है. वहीं, शिवपूजन गोप का कहना है कि यह जमीन उनके पूर्वजों की है और उनके पास जमीन के सारे कागजात भी मौजूद है. जिसकी वजह से ज्योति देवी के शव को दूसरे अस्पताल ले जाकर जलाया गया.
अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिरकार पीएमसीएच अस्पताल में हर जगह से मरीज इलाज के लिए आते है. ऐसे में अस्पताल में खून की कमी होना अपने आप में एक गंभीर सवाल है. आखिरकार पीएमसीएच प्रबंधन कितने मौतों के बाद जागेगी.