झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / city

झरिया सीट पर पत्नी के खिलाफ खड़े हुए संजीव सिंह, बोले- जीवनसंगिनी की होगी जीत

कांग्रेसी नेता और पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के आरोप में जेल में बंद झरिया विधायक संजीव सिंह आज निर्दलीय नामांकन करने जेल से निकले. संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह खुद झरिया सीट से बीजेपी की उम्मीदवार हैं. ऐसे में संजीव सिंह का नॉमिनेशन करना सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है.

jharkhand assembly election, झारखंड विधानसभा चुनाव
डिजाइन इमेज

By

Published : Nov 27, 2019, 6:11 PM IST

धनबाद: जिले में कई दिग्गजों ने आज नामांकन किया. धनबाद विधायक राज सिन्हा, झरिया विधायक संजीव सिंह और उनकी पत्नी रागिनी सिंह, बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो, सिंदरी विधायक फूलचंद मंडल, निरसा विधायक अरूप चटर्जी, पूर्व मंत्री अपर्णा सेनगुप्ता, आप प्रत्याशी देवनाथ सिंह सहित कई अन्य लोगों ने नामांकन किया.

संजीव सिंह का बयान

कांग्रेसी नेता और पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के आरोप में जेल में बंद झरिया विधायक संजीव सिंह आज निर्दलीय नामांकन करने जेल से निकले. संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह खुद झरिया सीट से बीजेपी की उम्मीदवार हैं. ऐसे में संजीव सिंह का नॉमिनेशन करना सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है. संजीव सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया है.

संजीव सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे नीरज सिंह की हत्या से खुद बहुत दुखी हैं. उन्होंने कहा कि भाई नीरज की हत्या से मुझे क्या लाभ हो सकता है. जिनको नीरज की हत्या से फायदा उठाना था उन्होंने उसका पूरा फायदा उठाया. उन्होंने कहा कि नीरज सिंह एक अच्छे व्यक्ति थे जिनका वे खुद सम्मान करते थे.

पत्नी रागिनी सिंह के विरूद्ध निर्दलीय नामांकन पर उन्होंने बस इतना ही कहा कि वे बीजेपी के सच्चे सिपाही हैं. बीजेपी ने उनकी पत्नी पर भरोसा जताया है और रागिनी सिंह की जीत को लेकर कोई संशय नहीं है वो निश्चित ही विजय होंगी.

ये भी पढ़ें:मांडर में महिला से 4.50 लाख की लूट, बाइकसवार दो युवकों ने दिया घटना को अंजाम

झरिया सीट पर संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह और स्वर्गीय नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह चुनाव मैदान में है. चुनाव के वक्त संजीव सिंह का ऐसा बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. फिलहाल, झरिया का चुनाव काफी दिलचस्प हो चुका है. अब तो आने वाले वक्त में ही पता चल पाएगा कि कौन से नेता जनता को समझा पाने में सफल होते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details