धनबाद: जिले की 6 विधानसभा सीटों में से 4 विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है. धनबाद विधानसभा से वर्तमान विधायक राज सिन्हा पर ही पार्टी ने भरोसा जताया है. वह टिकट की आस में दिल्ली में डेरा डाले हुए थे. आज वापस धनबाद लोटे. जहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया.
बीजेपी प्रत्याशी राज सिन्हा से खास बातचीत तीसरी बार भरोसा
बता दें कि धनबाद विधायक राज सिन्हा पर भाजपा ने तीसरी बार भरोसा जताया है. सबसे पहले 2009 में पार्टी ने उन पर भरोसा जताया था, लेकिन वह कांग्रेस प्रत्याशी मन्नान मल्लिक से चुनाव हार गए थे. पार्टी ने फिर दूसरी बार उन्हें 2014 में प्रत्याशी बनाया जिसमें उन्हें धनबाद विधानसभा से जीत दर्ज करने में सफलता मिली. वह लगभग 53, 000 मतों से चुनाव जीतने में सफल हुए. वहीं दूसरी पोजीशन पर कांग्रेस प्रत्याशी मन्नान मल्लिक रहे.
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'मन्नान मल्लिक उन्हें आशीर्वाद देने के लिए ही चुनाव लड़ रहे'
विधायक राज सिन्हा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं और पार्टी के बड़े नेताओं का बहुत बड़ा सहयोग मिला. जिसके लिए उनका दिल से आभार व्यक्त करता हूं. जिसके कारण ही फिर से पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है. उन्होंने कहा कि इस बार पूरे झारखंड में सबसे बड़ा कमल धनबाद में ही खिलेगा. यानी कि वह सबसे अधिक मतों के अंतराल से चुनाव जीतने में सफल होंगे. विधायक राज सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस ने मन्नान मल्लिक को टिकट देकर मुझे आशीर्वाद दे दिया है और मन्नान मल्लिक उन्हें आशीर्वाद देने के लिए ही चुनाव लड़ रहे हैं.
'जनता आशीर्वाद देगी'
विधायक ने कहा कि अगर इस बार जनता आशीर्वाद देगी तो सड़क जाम की समस्या से धनबाद को निजात दिलाने के लिए बैंक मोड़ में फ्लाईओवर या अंडरपास का निर्माण और धनबाद में हवाई अड्डा के निर्माण को प्राथमिकता दी जाएगी. उन्होंने कहा कि इन 5 सालों में बहुत सारे काम किए गए हैं और जनता को पानी और बिजली की समस्या से लगभग-लगभग निजात मिल गई है.
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जीत का दावा
हालांकि, चुनाव में जितने भी प्रत्याशी मैदान में आते हैं सभी अपनी-अपनी जीत का दावा जरूर करते हैं और अपने विरोधी प्रत्याशी को कमजोर ही बताते हैं. लेकिन सभी नेताओं के भाग्य की चाबी जनता के हाथों होती है. क्योंकि जनता जनार्दन ही या फैसला करती है कि किसे चुनाव जीता कर विधानसभा में वह भेजेगी. ऐसे में अब आने वाले समय में ही पता चल पाएगा कि किसका दावा कितना सच्चा है और कितना झूठा और जनता किसे आशीर्वाद देकर विधानसभा भेजने का काम करती है.