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चुनाव के महासमर में नक्सलियों की पोस्टरबाजी के बाद दहशत, ग्राउंड जीरो से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

धनबाद के मनियाडीह थाना क्षेत्र के पलमा इलाके में नक्सलियों ने पोस्टरबाजी और ग्रामीणों से मारपीट की. ग्रामीणों में इसके बाद से दहशत है. ऐसे में इन इलाकों में चुनाव कराना जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी.

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Published : Dec 3, 2019, 7:19 PM IST

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पलमा धनबाद

धनबाद: जिले का टुंडी विधानसभा क्षेत्र घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में आता है. बीते दिनों मनियाडीह थाना क्षेत्र के पलमा और बस्ती इलाके में नक्सलियों ने पोस्टरबाजी और ग्रामीणों से मारपीट भी की. जिसकी जानकारी लेने के लिए हमारे ईटीवी भारत के संवाददाता ग्राउंड जीरो तक पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों ने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर दिया. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि ग्रामीण कितने डरे सहमे हैं. ऐसे में इन इलाकों में चुनाव कराना जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी.

ग्राउंड जीरो से संवाददाता राजा राम पांडेय

ग्रामीणों में दहशत का माहौल
बता दें कि पलमा क्षेत्र का इलाका घोर नक्सल प्रभावित इलाका माना जाता है. यहां पर कई बार नक्सली बड़ी घटना को भी अंजाम दे चुके हैं. एक बार चुनाव में नक्सलियों ने बड़ी घटना को अंजाम देते हुए पलमा इलाके में ही चुनाव ड्यूटी में लगे डॉ अजय कुमार को मोत के घाट भी उतार दिया था. ऐसे में चुनाव के वक्त फिर से नक्सलियों ने उसी इलाके में पोस्टरबाजी कर ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना दिया है.

जानकारी देते एसपी

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ग्रामीणों से वोट बहिष्कार की अपील
नक्सलियों ने भाकपा माओवादी के नाम पर पोस्टर चिपकाते हुए ग्रामीणों से वोट बहिष्कार की अपील की है. ऐसे में अब जिला प्रशासन के लिए इन इलाकों में शांतिपूर्ण चुनाव कराने की चुनौती होगी. वहीं मतदान का प्रतिशत भी क्या होगा इस पर भी संशय बना हुआ है. क्योंकि, डरे सहमे ग्रामीण मतदान केंद्रों तक पहुंचते हैं या नहीं और जिला प्रशासन कैसे इन लोगों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने का प्रयास करती है यह भी देखने वाली बात होगी.

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16 दिसंबर को चुनाव
आए दिन इन इलाकों में ऐसी पोस्टरबाजी की घटना देखने को मिलती रहती है. ऐसे में आने वाले 16 दिसंबर को जब चुनाव होगा तभी देखा जा सकता है कि नक्सलियों की इस धमकी का कितना असर ग्रामीणों पर होगा.

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