धनबाद: रेलवे या बीसीसीएल में नौकरी दिलाने के नाम पर अक्सर ठगी की खबरें आती रहती हैं. ताजा मामला भूली थाना इलाके के पांडरपाला दास बस्ती का है. जहां पंकज दास के अपने ही मामा रेवती रमन दास ने बीसीसीएल में नौकरी दिलवाने के नाम पर उससे पांच लाख रुपए की ठगी कर ली (Fraud of Rs 5 lakh in name of setting up job).
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बीसीसीएल में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी मामले में पंकज दास ने भूली ओपी में 2 अगस्त को लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी. 31 अगस्त को पुलिस आरोपी को पड़कर थाने लाई और पूछताछ के बाद छोड़ दिया. जिसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत एसएसपी से कर न्याय की गुहार लगाई है. पीड़ित पंकज दास ने बताया कि 2 अगस्त को भूली ओपी को लिखित शिकायत देकर उन्होंने इंसाफ की गुहार लगाई थी. जिसके बाद भूली पुलिस एक्टिव हुई और नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले रेवती रमन दास को हिरासत में ले लिया.
पीड़ित ने बताया कि भूली थाना पुलिस ने रेवती रमन दास पूछताछ के बाद छोड़ दिया और उसपर कोई कार्रवाई नहीं की. यही वजह है कि उसने धनबाद एसएसपी संजीव कुमार को लिखित शिकायत दे कर न्याय की गुहार लगाई है. पंकज दास का कहना है कि उसने अपनी मां के अकाउंट से और जमीन बेचकर 5 लाख रुपए रेवती रमन को दिए थे. रेवती रमन उसका अपना मामा है.
ये पहली बार नहीं है कि धनबाद में इस तरह का मामला सामने आया हो. इससे पहले भी इसी साल जून के महीने में महुदा के भाटडीह, परजोड़िया बस्ती के रहने वाले रिटायर्ड बीसीसीएलकर्मी हरिगोपाल राय अपने बेटे की नौकरी लगाने के लिए अपनी जीवन भर की गाढ़ी कमाई गंवा चुके हैं. यही नहीं रुपए चले जाने के बाद जिस पुत्र की नौकरी वह लगाना चाहते थे नौकरी ना मिलने के सदमे से उसका मानसिक संतुलन अब बिगड़ (son mental condition deteriorated) चुका है, जिसका इलाज रांची के एक मानसिक अस्पताल से चल रहा है. ठगी के आरोपियों को सजा दिलाने के लिए एक पिता न्याय की गुहार लगा रहा है.